जालंधर :  हमारी आज की इस कहानी को लेके मुझे पूरी उम्मीद है की ये कहानी अगर और भी लम्बी होती तब भी आपकी रूचि को बिलकुल कम नहीं करती क्यों की ये कहानी है ही कुछ ऐसी, इस कहानी में जालंधर के कुछ सच्चे पत्रकारों का त्याग छुपा है, पंजाब पुलिस का असली चेहरा बेनकाब हुआ है , पत्रकारिता की रक्षा करने वाली एक संस्था से आज पूरे देश में बैठे मेरे पाठको की मुलाकात होगी, साथ ही सच्ची पत्रकारिता को जिन्दा रखने के लिए अपना सब कुछ खतरे में डाल देने वाले एक सच्चे युवा हिन्दू नेता को सलाम करने का मौका भी इस कहानी में छुपा है

दोस्तों पूरी दास्ताँ जानने के लिए हमे पिछले साल के सितम्बर माह के अंत में झांकना होगा, उस समय भी आज की तरह सब कुछ सामान्य चल रहा था हम लोग भी अपनी रूटीन खबरों में ब्यस्त थे तभी एक बड़ी खबर आई की पंजाब के मोगा शहर में एक कुरीओर बुक करने वाली दूकान पे एक बम धमाका हुआ है इस खबर ने मोगा पुलिस के होश उड़ा दिए कुरीओर बुकिंग की दूकान वाले श्री विकास सूद गंभीर रूप से जख्मी हुए थे उनकी दूकान पे भारी नुक्सान हुआ था, ये खबर लगातार जंगल में आग की तरह फैलती जा रही थी आनन फानन में सरकार को जांच के लिए NIA को मोगा भेजना पड़ा

तभी मोगा पुलिस की तेज तर्रार इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह को CCTV और अपने खबरी नेटवर्क से ये पता लग गया की बम प्लांट करने वाला पंजाब से निकलके उड़ीसा पहुंच गया है, जतिंदर सिंह ने आनन फानन में अपनी टीम को तैयार किया और उड़ीसा निकल पड़े इधर प्रशाशन ने उड़ीसा पुलिस को भी जतिंदर सिंह की मदद करने के लिए तैयार कर लिया लिहाजा जतिंदर सिंह और उनकी टीम ने दोषी को पकड़ ही लिया, जब दोषी से सख्ती से पूछ ताछ की गई तो उसने बताया की उसका अपने एक रिस्तेदार से किसी जायदाद को लेके कुछ झगड़ा चल रहा है जिससे बदला लेने के लिए उसने ये बम अपने उसी रिस्तेदार को भेजना चाहा था पर बम कुरीओर की दूकान पे ही फट गया,इससे आगे बढ़ते हुए दोषी ने बताया की उसने ये सारी साजिश और बम दोनों जालंधर के सिटी रेलवे स्टेशन सामने पड़ते एक प्राइवेट गेस्ट हॉउस में कुल 8 से 10 दिन चिपके बनाई थी

बस एहि से इस कहानी में एक नया और खतरनाक मोड़ आने वाला है, जब पुलिस दोषी को शिनाख्त करने के लिए गेस्ट हाउस में लेके आई तो कुछ अन्य पत्रकारों के इलावा मैं भी मामले की ग्राउंड रिपोर्टिंग करने पंहुचा जहा पत्रकारों से बात करते हुए पुलिस ने कहा की गेस्ट हाउस चलाने वाले ने बताया है की दोषी ने फर्जी पहचान पत्र देके गेस्ट हाउस में कमरा लिया था और ये सब साजिश और बम कब और कैसे बना इसके बारे में गेस्ट हॉउस चलाने वाले को पता ही नहीं चला

इसी दिन रात को इस गेस्ट हाउस चलाने वाले ने मुझे और कुछ अन्य पत्रकारों को फ़ोन करके धमकी दी थी की मामले की रिपोर्टिंग या तो न की जाये और अगर की भी जाये तो गेस्ट हाउस का नाम किसी भी हाल में खबर में न छपे वरना वो वकील है सभी पत्रकारों को कोर्ट में चकर काटने पड़ेंगे, पर उक्त व्यक्ति की किसी ने कोई परवाह नहीं की और लगभग सभी ने मामले की निष्पक्षता से रिपोर्टिंग की, एहि से उक्त व्यक्ति ने न जाने क्यों मेरे लिए अपने मन में कोई नाराजगी पाल ली पर मुँह से बोल चाल ठीक ही रखी और लगातार मुझे किसी मामले में फ़साने की चले चलने लगा

मामले ने एक नया मोड़ लिया इस साल 2019 के मार्च के माह में जब जालंधर के एक अन्य पत्रकार राजीव धामी ने देखा की जालंधर के रेलवे स्टेशन के सामन एक बेहद खस्ताहाल और जर जर हो चुकी इमारत जो कभी भी गिर सकती है की जर जर दीवारों पे बहुत बड़े विज्ञापन बोर्ड लगे हुए हैं तो श्री राजीव धामी ने मामले की जांच करनी शुरू कर दी बतौर राजीव धामी उन्हें पता चला की ये सभी विज्ञापन गैरकानूनी है और गेस्ट हाउस चलने वाले ने सभी नियमो को ताक पे रखके शहर की एक ऐसी विज्ञापन एजेंसी के साथ मिलके लगाए हुए हैं जो अवैध विज्ञापन लगाने के लिए लम्बे समय से बदनाम रही है, आगे चलके श्री राजीव धामी बताते है की उनको निगम अधिकारियो से पता चला है की ये विज्ञापन पिछले 4 साल से ज्यादा के समय से लग हुए है और इन विज्ञापनों के लिए लगभग 2 से 3 लाख रूपये हर माह विज्ञापन एजेंसी बड़ी कंपनियों से लेती है और टैक्स के नाम कभी एक रुपया भी निगम को नहीं दिया गया, राजीव धामी कहते हैं की जब और जांच की गई तो पता चला की उक्त गेस्ट हाउस को चलाने का कभी कोई लाइसेंस निगम ने दिया ही नहीं है, लम्बे समय से पानी का बिल निगम को गेस्ट हाउस चलाने वाले ने देना मुनासिब ही नहीं समझा, राजीव धामी ने बतौर पत्रकार इस मामले की लगातार रिपोर्टिंग और जांच जारी रखी मामले की परतें दर परतें खुलती गई

राजीव धामी का कहना है की अगर मोगा कुरीओर बोम काण्ड पे नजर डाली जाये तो बतौर दोषी उसका किसी रिस्तेदार से किसी जायदाद को लेके झगड़ा था जिस वजह से उसने अपने रिस्तेदार को मारने और सारी जायदाद हड़पने के लिए बम कुरीओर करने की कोशिस की थी वही दूसरी तरफ गेस्ट हाउस चलने वाले का गेस्ट हॉउस वाली प्रॉपर्टी को लेके अपने किसी रिस्तेदार के साथ लम्बे समय से झगड़ा चल रहा है जिसमे गेस्ट हाउस चलाने वाले इस शातिर ने अपन उक्त रिस्तेदार और उसके परिवार को लम्बे समय से काफी परेशान कर रखा है ताकि किसी तरह उक्त प्रॉपर्टी को हड़पा जा सके, श्री राजीव धामी कहते है की हो सकता है उनका शक गलत हो पर मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए कही ऐसा तो नहीं की बम बनाने वाले को ऐसा करने के लिए गेस्ट हाउस के मालिक ने ही उकसाया हो

श्री राजीव धामी ने कहा की पिछले कुछ महीनो में ये साफ़ हो चूका है की उक्त गेस्ट हाउस चलाने वाला फर्जी दस्ताबेज बनाने में भी माहिर है तो कही ऐसा तो नहीं की बम बनाने वाले का फर्जी पहचान पत्र भी गेस्ट हाउस चलाने वाले ने ही बनाया हो, सीबीआई को इस बात की भी गहराई से जांच करनी चाहिए

हाल के दिनों में जालंधर के एक युवा शिव सेना नेता जिनका नाम श्री रोहित जोशी है को जब मामले की गंभीरता का पता लगा तो वो इस मामले की जांच में जुट गए कुछ जांच करने के बाद श्री रोहित को पता लगा की ये गेस्ट हाउस पूरी तरह से संदिग्ध है तो उन्हों ने गेस्ट हाउस के खिलाफ निगम सहित अन्य सरकारी विभागों को जगाना शुरू किया तो तिलमिलाए हुए गेस्ट हाउस चलाने वाले ने उनको हर तरफ से बदनाम करने की साजिश रचनी शुरू करदी

श्री रोहित जोशी के इलावा अमृतसर शहर से एक संस्था जिसका नाम शहीद भगत सिंह प्रेस अस्सोसिएशन है के चेयरमैन सरदार अमरिंदर सिंह ने श्री रोहित और श्री राजीव धामी की सच्चाई की रक्षा के लिए कमर कस ली है, श्री राजीव धामी का कहना है की पिछले मार्च के माह से लेके अब तक उक्त संदिग्ध गेस्ट हॉउस चलने वाले ने उनके खिलाफ बिना किसी सबूत के अपने भाई को आगे करके एक केस जालंधर सिविल कोर्ट में किया हुआ है और दूसरा केस पंजाब हरयाणा हाई कोर्ट में किया हुआ है इसके इलावा अगर पूरे मामले पे नजर दौड़ाई जाये पता चलता है की उक्त शातिर व्यक्ति ने मेरे और श्री राजीव धामी सहित कुछ अन्य मासूम लोगो पे पंजाब की साइबर क्राइम टीम से लके जालन्धर पुलिस में 50 से ज्यादा झूठी शिकायते दर्ज करवाई हुई है

जालंधर से लेके पंजाब पुलिस के DGP तक को मैंने और श्री राजीव धामी में अनगिनत सबूतों के साथ इस शातिर व्यक्ति के खिलाफ पिछले मार्च माह से लेके अब तक कई शिकायतें दी हुई है पर जालंधर पुलिस इस शातिर व्यक्ति पे कार्रवाई करना तो दूर इसके वकालत की धौंस में आके इसके जुर्मो को छिपाने में इस व्यक्ति की पूरी मदद कर रही है

कल रात लगभग 12.30 के आस पास श्री धामी ने मुझे फ़ोन कर बताया की उन के घर पे किसी ने रोड वाली ट्यूब लाइट से हमला किया है जिसमे वो बाल बाल बच गए है जब मैंने मौके पे जाक देखा तो श्री धामी के घरके बार ट्यूब लाइट का सारा कांच बिखरा हुआ था श्री धामी का कहना है की उन्हें शक है की ये हमला उक्त गेस्ट हाउस चलने वाले वकालत डिग्री धारी शातिर व्यक्ति ने ही करवाया है जिसके बाद आज श्री धामी ने जालन्धर पुलिस को लिखित में शिकायत भी देदी है

मामले की गंभीरता को देखते हुए मैंने जब फॉरेंसिक एक्सपर्ट से बात की तो उन्होंने बताया की ट्यूब लाइट जब दूर या ऊपर से फेंकी जाये तो अगर कोई इसकी चपेट में आ जाये तो उसको गंभीर चोटें आ सकती है, फॉरेंसिक एक्सपर्ट का कहना है की ट्यूब में अंदर हवा होती है पर इसका बाहरी हिस्सा पतले ग्लास का बना होता है जो गिरने के बाद ट्यूब के फटने की वजह से पास या कुछ दूरी पे खड़े हुए किसी भी इंसान की अगर आँख में लग जाये तो बड़ी दुर्घटना सामने आ सकती है

दोस्तों मामला बम काण्ड से जुड़ा हुआ है श्री धामी मामले की जांच करके परत दर परत खुलासा कर रहे है श्री रोहित जोशी अपनी जान खतरे में डालके उक्त गेस्ट हाउस के खिलाफ कार्रवाई की लगतार मांग कर रहे हैं पर अफ़सोस आज तक उक्त गेस्ट हाउस पे जालंधर नगर निगम की पूरी मेहरबानी बानी हुई है तो वही दूसरी तरफ जालंधर पुलिस उक्त गेस्ट हाउस चलने वाले व्यक्ति पे कोई कार्रवाई करना तो दूर श्री धामी और श्री रोहित जोशी दोनों मे से किसी को भी सुरक्षा मुहैया नहीं करवा सकी है भगवान् न करे कलको अगर श्री राजीव धामी, श्री रोहित जोशी या मुझे किसी को कुछ हो जाये तो कौन जिम्मेदार होगा इस बात का कोई जवाब नहीं है जालंधर की बेकार हो चुकी पुलिस के पास

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