जालंधर। बच्चों को पढ़ाई के साथ नई चीजें सीखाने के लिए डिप्स स्कूल अर्बन
एस्टेट में समय-समय पर विभिन्न तरह की एक्टिविटी करवाई जाती है। प्री-विंग
के बच्चों को सेंसरी एक्टिविटी करवाई गई। जिसमें बच्चों ने आंखो पर पट्टी बांध
कर विभिन्न चीजों के टेस्ट और स्मैल के बारे में जाना और अलग-अलग चीजों
जैसे कागज, पत्थर, पानी, रूई, सिल्क का कपड़े इत्यादि को हाथ लगा उसका
टेक्सचर महसूस किया।
इसमें बच्चों ने खाने की विभिन्न चीजों का टेस्ट करके उसके स्वाद के बारे में
बताया कि वह मिट्ठी, खट्टी, कड़वी , नमकीन हैं या कोई स्वाद है ही नहीं। जैसे
ककड़ी, टमाटर, नींबू, मिर्च, नमक, केला, सेब आदि। इस ऑनलाइन एक्टिविटी के
दौरान टीचर ब्लेसी ने बच्चों को फॉस्ट फूड की जगह घर का बना खाना खाने के
लिए प्रेरित किया, ताकि उनका पूरा विकास हो सके।
स्कूल प्रिंसिपल नीलू बावा ने कहा इस तरह की गतिविधि के माध्यम से बच्चों को
उनके सपनों को हकीकत में बदलने की शक्ति मिलती है। वह सोचते है कि उनके
सपने किस तरह के होंगे। बंद आंखो से विद्यार्थी अपनी खुद की काल्पनिक दुनिया
में खो जाते है।
एमडी सरदार तरविंदर सिंह और सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने कहा कि छोटी उम्र में
बच्चे चीजों को बड़ी जल्दी से सीखते है इसलिए उन्हें हर समय कुछ नया सीखाने
की कोशिश करनी चाहिए ताकि उनका सम्पूर्ण विकास हो और उनका शारीरिक एंव
मानसिक तालमेल बन सके।
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