जालंधर:  डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (DAVIET ), जालंधर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के तीसरे सेमेस्टर के छात्रों ने व्यावहारिक शिक्षा को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई औद्योगिक जानकारी पहल के तहत सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ हैंड टूल्स (सीआईएचटी), जालंधर का दौरा किया। इस यात्रा का समन्वय स्टाफ के सदस्य श्री सुनील कुमार और श्री राजेश मेहरा के मार्गदर्शन में किया गया, जो पूरे औद्योगिक दौरे में छात्रों के साथ रहे और उनका मार्गदर्शन किया। इस यात्रा ने छात्रों को उन्नत विनिर्माण प्रक्रियाओं, उपकरण डिजाइन और आधुनिक यांत्रिक प्रणालियों के अनुप्रयोग के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की। छात्रों को संचालन में विभिन्न सटीक मशीनों को देखने और हाथ के औजारों के औद्योगिक उत्पादन के बारे में ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिला। सीआईएचटी की तकनीकी टीम ने कक्षा में सिखाई गई अवधारणाओं के वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों को साझा किया और उद्योग नवाचारों पर इंटरैक्टिव चर्चा को प्रोत्साहित किया। DAVIET के कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. जगजीत मल्होत्रा ​​ने इस पहल की सराहना की और उद्योग-अकादमिक सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के दौरे छात्रों की तकनीकी क्षमता और आत्मविश्वास को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे वे आधुनिक इंजीनियरिंग परिदृश्य की मांगों को पूरा करने के लिए तैयार होते हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख श्री रमनदीप सिंह जोहल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अच्छी तरह से विकसित इंजीनियरों के विकास के लिए औद्योगिक वातावरण का व्यावहारिक प्रदर्शन आवश्यक है। उन्होंने छात्रों के उत्साह पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की और कहा कि इस तरह के अनुभव उनके पेशेवर दृष्टिकोण को आकार देने में सहायक होते हैं। यह दौरा एक सफल नोट पर समाप्त हुआ, जिसमें छात्रों ने इसी तरह के सीखने के अवसरों में गहरी रुचि व्यक्त की। DAVIET में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग अनुभवात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है जो सिद्धांत और व्यवहार के बीच की खाई को पाटता है।

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