पीजी डिपार्टमेंट ऑफ जूलॉजी, डीएवी कॉलेज जालंधर ने कॉलेज परिसर में ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ मनाया। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस-2022 का विषय ‘सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण’ था। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करते हैं और यह राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कोरोनावायरस रोग (COVID‐19) लॉकडाउन ने छात्रों की गतिविधि को प्रतिबंधित कर दिया है और उनकी नियमित जीवन शैली को बदल दिया है। इस आयोजन की संभावना का उद्देश्य छात्रों के बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई), शारीरिक गतिविधि और जीवन शैली को निर्धारित करना था।

इस दिन बॉडी मास इंडेक्स, एचबी और ब्लड ग्रुपिंग के संबंध में स्वास्थ्य जांच की गई। शिक्षकों के साथ विभिन्न विभागों के कई विद्यार्थियों का परीक्षण किया गया, इसके अलावा, परीक्षण के आधार पर आहार, व्यायाम और विशेषज्ञ चिकित्सा हस्तक्षेप का सुझाव दिया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. एस.के. अरोड़ा, वरिष्ठ उप-प्राचार्य एस.के.उप्पल तथा जूलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. पुनीत पुरी ने विद्यार्थियों से स्वस्थ जीवन शैली अपनाने और संतुलित आहार लेने की अपील की। यह गतिविधि हमारे स्नातक छात्रों द्वारा आयोजन सचिव डॉ कपिला महाजन और डॉ अभिनय ठाकुर की देखरेख में की गई थी। जूलॉजी विभाग कॉलेज परिसर में इस तरह के अद्भुत आयोजन का प्रस्ताव देने के लिए डीबीटी समन्वयक डॉ. दीपक वधावन के आभारी हैं। इस कार्यक्रम में विभाग के गैर-शिक्षण कर्मचारियों सहित प्रो. पूजा शर्मा, डॉ. ऋषि जगोटा, डॉ. दिनेश लखनपाल और प्रो. पंकज भी उपस्थित थे।

 

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