
स्नातकोत्तर जूलॉजी विभाग (डीबीटी) द्वारा प्रायोजित आउटरीच कार्यक्रम “विज्ञान सूत्र”, जिसका आयोजन डार्विन जूलॉजिकल सोसाइटी द्वारा डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर के सहयोग से किया गया था, साईं दास ए.एस. सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।दो दिवसीय कार्यक्रम में कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा जगाने के लिए छह व्याख्यान दिए गए, जिनमें भौतिक विज्ञान और जीवन विज्ञान पर आधारित सत्र शामिल थे।
प्रथम सत्र का संचालन रसायन विज्ञान विभाग की प्रो. तनु महाजन ने किया, जिन्होंने “जादू का रसायन” विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान के उपयोगों के बारे में बात की और छात्रों को रोचक उदाहरण दिए। दि्वतीय सत्र का व्याख्यान गणित विभाग की डीबीटी समन्वयक डॉ. आशु बहल ने “प्रत्येक इकाई क्यों महत्वपूर्ण है” विषय पर दिया। उन्होंने मीट्रिक प्रणालियों के महत्व और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में उनके अनुप्रयोगों के बारे में बताया और छात्रों को इंटरैक्टिव क्विज़ गतिविधियों में शामिल किया।
तृतीय सत्र का संचालन स्नातकोत्तर भौतिक विभाग से डॉ. रितु पाल ने किया, जिन्होंने “गति के समीकरण” पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मुक्त रूप से गिरती हुई वस्तुओं के प्रयोग का प्रदर्शन किया। दूसरे दिन, पहले सत्र का संचालन जैव प्रौद्योगिकी विभाग के डॉ. संजय शर्मा ने किया, जिन्होंने “पादप ऊतक और सूक्ष्मजीवी गिद्ध” विषय पर व्याख्यान और व्यावहारिक प्रदर्शन दिया। छात्रों ने पीटीसी में नई तकनीकें सीखीं।अगले सत्र में खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रो. पंकज गुप्ता ने छात्रों को “खाद्य पदार्थों में मिलावट” विषय पर जागरूक किया। छात्र मिलावटी खाद्य यौगिकों के दैनिक जीवन के उदाहरण सुनकर दंग रह गए।
छठे सत्र का संचालन जूलॉजी विज्ञान विभाग की प्रो. पूजा शर्मा ने किया, जिसमें “जीव विज्ञान में नए अवसर” पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने छात्रों को जीव विज्ञान में विविध करियर अवसरों से परिचित कराया और प्रमुख जैविक अवधारणाओं को सरल बनाया। एंटीसेरा किट का उपयोग करके रक्त समूह निर्धारण के एक प्रयोग ने व्यावहारिक मूल्य जोड़ा, जिससे व्याख्यान ज्ञानवर्धक और रोमांचक दोनों बन गया। तकनीकी सहायता श्री जगदीश, श्री मंजीत और श्री अभिषेक द्वारा प्रदान की गई। अंत में, समग्र डीबीटी समन्वयक डॉ. पुनीत पुरी ने छात्रों से बातचीत की और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने विज्ञान सूत्र के सफल संचालन के लिए समग्र डीबीटी समन्वयक डॉ. पुनीत पुरी और कार्यक्रम संयोजक प्रो. पूजा शर्मा के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि यह कार्यक्रम वैज्ञानिक जागरूकता को बढ़ावा देने और अगली पीढ़ी के शिक्षार्थियों को प्रेरित करने के लिए डीएवी कॉलेज की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
छात्रों ने बताया कि इस आयोजन ने न केवल उनकी समझ को गहरा किया, बल्कि उन्हें विज्ञान में करियर बनाने के लिए भी प्रेरित किया। साईं दास ए.एस. सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य श्री राकेश शर्मा ने भी स्कूल स्तर पर इस तरह के सार्थक प्रदर्शन के लिए डीएवी कॉलेज और डार्विन जूलॉजिकल सोसाइटी की पहल की सराहना की।