जालंधर : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डेरा सचखंड बल्लां के गद्दीनशीन संत निरंजन दास महाराज से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने डेरे में 40 मिनट से अधिक समय बिताया और संत निरंजन दास महाराज से धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की।

सांसद चौधरी संतोख सिंह के साथ डेरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस प्रभारी आशा कुमारी की यह मीटिंग पंजाब की चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव के मद्देनजर महत्वपूर्ण मानी जा रही है। हालांकि डेरे में किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई है, लेकिन चुनावी माहौल में सीएम का डेरे पर आना ही राजनीतिक संदेश माना जाता है।

दिल्ली में गुरु रविदास मंदिर ढहाने का मामला गर्म है और पंजाब सरकार मंदिर निर्माण के हक में है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने डेरा पहुंचकर डेरा प्रमुख के साथ मुख्यमंत्री ने आध्यात्मिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की, लेकिन इस मुलाकात के पीछे वोट बैंक पर निशाना ही रहा। मुख्यमंत्री ने डेरा प्रमुख के साथ अनुसूचित जाति वर्ग के मुद्दों को उठाया।

सांसद चौधरी संतोख सिंह ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि एससी वर्ग की मजबूती के लिए संविधान में 85वीं संशोधन को लागू करवाया जाए। चौधरी ने राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा की। मौके पर विधायक सुरिंदर सिंह, सुशील रिंकू व राजकुमार चब्बेवाल उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जालंधर दौरे के दौरान डीसी वरिंदर शर्मा को निर्देश दिया कि धान की खरीद, लिफ्टिंग और किसानों को भुगतान में देरी न हो। पीएपी परिसर में धान की खरीद प्रक्रिया पर रिपोर्ट लेते हुए सीएम ने कहा कि मंडियों में किसानों को हर तरह की सुविधा मिलनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को कृषि विभाग के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए। डीसी ने सीएम को बताया कि 15 अक्टूबर तक जिले की मंडियों में आए 1.95 लाख मीट्रिक टन धान में से 1.87 लाख मीट्रिक टन की खरीद की जा चुकी है।

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