डी.ए.वी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (डेविएट),जालंधर ने एक बार फिर अपनी
प्रतिभा को साबित किया है क्योंकि इंडिया टुडे-एमडीआरए सर्वे द्वारा शीर्ष निजी इंजीनियरिंग
कॉलेजों की सूची में डेविएट,जालंधर को भारत में 66वे स्थान पर रखा गिया है। डेविएट को
अधीन संस्थानों कि सूचि में लीडरशिप गवर्नेंस, फैकल्टी वेलफेयर एंड डेवलपमेंट, कॉम्पटेंस
ऑफ फैकल्टी, करिकुलम एंड पेडागॉजी, इंडस्ट्री इंटरफेस, रिसर्च एंड इनोवेशन, इन्फ्रास्ट्रक्चर
एंड फैसिलिटीज, प्लेसमेंट और वैल्यू ऑफ मनी के प्रमुख क्षेत्रों पे आंका गया था । विभिन्न
प्रकार के शीर्ष के तहत गुणात्मक और साथ ही मात्रात्मक बेंचमार्क सुनिश्चित करने के लिए
क्रॉस वेरिफिकेशन के बाद डेविएट को भारत में 66 वे रैंक से सम्मानित किया गया है।
डॉ मनोज कुमार, प्रिंसिपल डेविएट ने इस उपलब्धि के लिए संकाय, कर्मचारियों और सभी
हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने साझा किया की देश में लॉकडाउन से 32 करोड़ छात्र प्रभावित
हुए हैं और डेविएट को भारत में 66 वे शीर्ष निजी इंजीनियरिंग संस्थान के रूप में रखे जाने की
खबरें इन कठिन समय के दौरान एक बड़े मनोबल के रूप में सामने आई हैं।

उन्होंने आगे यह भी साझा किया कि डेविएट नए विचारों को लागू और कार्यान्वित कर रहा है
ताकि छात्रों को शैक्षणिक नुकसान न हो। उन्होंने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि शिक्षकों ने
नियमित रूप से ऑनलाइन शिक्षण में सभी छात्रों को शामिल किया है और उन्होंने समर्पित
व्हाट्सएप समूहों, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स, गूगल क्लासरूम, एम-ट्यूटर्स, टीसीएस आयन डिजिटल
क्लासरूम और ज़ूम ऑनलाइन सम्मेलन के माध्यम से छात्रों को पढ़ाने के लिए अपनी
प्रतिबद्धता दिखाई है। छात्रों को नोट्स, ई-सामग्री, महत्वपूर्ण विषयों के लिए विशिष्ट वीडियो
और एनपीटीईएल वीडियो और इसके अलावा, ई-बॉक्स और टैलेंट रैंक जैसे उत्पादों के माध्यम

से, छात्रों ने लगातार अपने ज्ञान के आधार में सुधार किया है और अपने संबंधित क्षेत्रों में
नवीनतम के साथ अद्यतन बनाए हुए हैं। डेविएट के छात्रों को मूक्स कॉउर्सेस के लिए
नामांकन करने के लिए प्रोत्साहित भी किया गया था ताकि उनके कौशल सेट में सुधार हो सके।
उन्होंने बताया की यदि छात्र फॉर्च्यून 500, भारत की शीर्ष 100 कंपनियों के साथ काम करने
का सपना देख रहा है, तो डेविएट वह मंच है जहां कोई अपने सपनों को साकार करने के बारे में
सोच सकता है। मजबूत इंडस्ट्री -ऐकडेमिक इंटरफेस के आधार पर, डेविएट कैंपस प्लेसमेंट में
नए मानक स्थापित कर रहा है जहां विद्यार्थियों की प्लेसमेंट के लिए हर वर्ष 170 से अधिक
कम्पनिआ आती हैं और एडोबे जैसी कंपनी द्वारा 20.60 लाख तक का पैकेज ऑफर किया
जाता है।
डेविएट ने नवोदित टेक्नोक्रेट्स के नवीन उद्यमशीलता के विचारों को पोषित करने और उन्हें
अपने उद्यम स्थापित करने के लिए सेंटर फॉर इनक्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (सी.आई.ई) की
स्थापना भी कैंपस में' की है जिसका उद्देश्य नौकरी चाहने वालों के बजाय इंजीनियरों और
प्रबंधकों को नौकरी देने वाला बनाना है।
उन्होंने आगे बताया की नैक ने वर्ष 2017 में संस्थान को 'ए' ग्रेड के साथ मान्यता भी दी है।
डॉ मनोज ने इस उपलब्धि के लिए समर्पित संकाय और कर्मचारियों को श्रेय दिया जो छात्रों के
सीखने के अनुभव को हर संभव तरीके से सुविधाजनक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।

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