डॉ. पुनीत पुरी ने विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रबंधन और तकनीकी नवाचार पर अंतर्राष्ट्रीय मल्टी-ट्रैक सम्मेलन (IMSEMTI) 2025 में कॉर्डिसेपिन-समृद्ध माइसीलिया के लागत-प्रभावी उत्पादन पर शोध के लिए सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र प्रस्तुति पुरस्कार जीता।

कुआलालंपुर, मलेशिया – सीटी विश्वविद्यालय ने हाल ही में 15 जुलाई, 2025 से 21 जुलाई, 2025 तक कुआलालंपुर, मलेशिया में प्रतिष्ठित 8वें विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रबंधन और तकनीकी नवाचार पर अंतर्राष्ट्रीय मल्टी-ट्रैक सम्मेलन (IMSEMTI) 2025 का आयोजन किया। यह सम्मेलन विविध पृष्ठभूमि के विद्वानों, विशेषज्ञों और पेशेवरों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है, जहाँ वे एक साथ आते हैं, ज्ञान सांझा करते हैं और अत्याधुनिक शोध एवं नवाचारों पर सहयोग करते हैं।
सम्मेलन में मुख्य भाषणों, शोधपत्र प्रस्तुतियों और पैनल चर्चाओं सहित कई आकर्षक गतिविधियाँ शामिल थीं। मणिपाल ग्लोबल नेक्स्ट यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. डॉ. चिन्मय साहू और सीटी यूनिवर्सिटी के प्रो-कुलपति डॉ. मनबीर सिंह सहित प्रख्यात विशेषज्ञों ने सम्मेलन के विचार-विमर्श को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी, मलेशिया की डॉ. फरीदा एच.जे. हसन, टेलर यूनिवर्सिटी, मलेशिया के कार्यकारी डीन डॉ. डेविड असिरवथम और मल्टीमीडिया यूनिवर्सिटी, मलेशिया के डॉ. सी. सेंथिलपारी ने निर्णायक मंडल और अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड के सदस्यों के रूप में अपनी विशेषज्ञता का योगदान दिया। डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर के प्रतिष्ठित संकाय सदस्य डॉ. पुनीत पुरी ने सम्मेलन में भाग लिया और “फार्मास्युटिकल अनुप्रयोगों के लिए कॉर्डिसेपिन-समृद्ध माइसीलिया का लागत-प्रभावी उत्पादन” शीर्षक से शोध पत्र प्रस्तुत किया। यह शोध पत्र डॉ. पुनीत पुरी, डॉ. राजेश कुमार और डॉ. पंकज बग्गा द्वारा संयुक्त रूप से लिखा गया था। उनकी प्रस्तुति ने निर्णायक मंडल का ध्यान आकर्षित किया और उनके उत्कृष्ट कार्य को मान्यता देते हुए उन्हें सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र प्रस्तुति पुरस्कार से सम्मानित किया।
डॉ. पुरी की उपलब्धि के बारे में जानकर, डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने डॉ. पुरी को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि और शोध एवं शैक्षणिक उत्कृष्टता के प्रति समर्पण के लिए हार्दिक बधाई दी। डॉ. पुरी की उपलब्धि नवाचार और ज्ञान संवर्धन के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। डॉ. आशु बहल, डीन रिसर्च, डॉ. दिनेश अरोड़ा, डीन आईक्यूएसी, और डॉ. नवजीत, डीन अकादमिक ने भी वैज्ञानिक अनुसंधान में उनके उल्लेखनीय प्रयासों और योगदान के लिए टीम को बधाई दी और नवाचार एवं शैक्षणिक उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
सम्मेलन ने प्रतिभागियों को अपने साथियों के साथ जुड़ने, नए विचारों का अन्वेषण करने और अपने-अपने क्षेत्रों में नवीनतम विकास से अवगत रहने का एक बहुमूल्य अवसर प्रदान किया। डॉ. पुनीत पुरी की सफलता से डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर में उनके सहयोगियों और छात्रों को प्रेरणा मिलने की उम्मीद है, जिससे संस्थान की अनुसंधान और शैक्षणिक उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता और मजबूत होगी।
इस प्रतिष्ठित सम्मेलन ने विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रबंधन और तकनीकी क्षेत्रों में नवाचार और प्रगति को बढ़ावा देने में अंतःविषय सहयोग और ज्ञान साझा करने के महत्व को रेखांकित किया।

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