
चंडीगढ़/नई दिल्ली, 1 मार्च:
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने आज पंजाब में नशे के खिलाफ लड़ाई के लिए कैबिनेट उपसमिति के गठन को आप सरकार द्वारा किया जा रहा एक और राजनीतिक नौटंकी बताया।
चुघ ने कहा कि भगवंत-केजरीवाल की जोड़ी के नेतृत्व वाली आप सरकार को यह कदम उठाने में 36 महीने लग गए, जबकि यह कदम 2022 में सत्ता में आने के 36 घंटे के भीतर उठाया जाना चाहिए था।
चुघ ने इस बात का मजाक उड़ाया कि कैसे कैबिनेट मंत्री नशे के सौदागरों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस का काम करेंगे। पंजाब में जब से आप सरकार सत्ता में आई है, तब से नशे के माफिया भी शराब माफिया की तरह ही फल-फूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में कैबिनेट समिति के सदस्यों और मुख्यमंत्री भगवंत मान का डोप टेस्ट कराया जाना चाहिए, ताकि यह पता चल सके कि वे वाकई में काम कर रहे हैं या नहीं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद पार्टी अचानक जाग गई है और पंजाब में अति सक्रिय हो गई है। उन्होंने कहा, “यह एक दिखावटी काम है जो आने वाले दिनों में एएओ की अक्षमता और प्रतिबद्धता की कमी को एक बार फिर उजागर करेगा।” मीडियाकर्मियों से बात करते हुए चुघ ने कहा कि यह आप सरकार के लिए करदाताओं के पैसे को फर्जी विज्ञापनों पर लुटाने का एक और बहाना होगा। चुघ ने कहा, “हमने इसे रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी देखा है और अब पंजाब के लोगों के साथ एक नया हथकंडा खेला जाएगा।”