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पंजाबी यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर एवं सिख विश्वकोष के मुख्य संपादक, प्रोफेसर ऑफ सिखइज्म डॉ. जोध सिंह (70) का निधन हो गया है। उन्होंने पटियाला स्थित अपने निवास स्थान पर अंतिम सांस ली। वह पिछले कुछ समय से बीमार थे। वे अपने पीछे पत्नी और बेटा छोड़ गए हैं।मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डॉ. जोध सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे सिख साहित्य क्षेत्र के लिए एक बड़ी क्षति बताया है। कैप्टन ने कहा कि डॉ. जोध सिंह के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। वाहेगुरु उन्हें अपने चरणों में स्थान दें और परिवार को दुख सहने की शक्ति दें।डॉ. जोध सिंह ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से दर्शन शास्त्र व अंग्रेजी में मास्टर डिग्री प्राप्त की थी। वह पंजाबी यूनिवर्सिटी के सिख विश्वकोष विभाग में बतौर प्रोफेसर नियुक्त हुए। उन्होंने सिख चिंतन, दर्शन व गुरबाणी पर विस्तारपूर्वक काम किया।उनके द्वारा किए महत्वपूर्ण कार्यों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का हिंदी में अनुवाद और वारां भाई गुरदास जी का अंग्रेजी में अनुवाद शामिल है, जिसे सभी हमेशा याद रखेंगे। डॉ. जोध सिंह ने दशम ग्रंथ की वाणियों पर महत्वपूर्ण काम किए। उन्होंने विभिन्न राज्यों में अखिल भारतीय पंजाबी कॉन्फ्रेंस सफलतापूर्वक कराई।