
14 अगस्त ( ) :- भारत की 77वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ पर डिप्स चेन के सभी स्कूलों व कॉलेज में
स्वतंत्रता दिवस बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाया गया। सभी विद्यार्थियों और स्टाफ के सदस्यों
ने देश के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। कार्यक्रम की शुरूआत में स्पैशल असेम्बली
करवाई गई जिसमें प्रिंसिपल्स, टीचर्स और विद्यार्थियो ने ध्वज फरहाने की रस्म अदा की और
भारत की आजादी के लिए शहीद हुए जवानों को श्रद्धाजंलि दी। देश भक्ति के रंग में रंगे
विद्यार्थियों ने कविताएं पेश की। फैंसी ड्रैस के दौरान बच्चों ने अपने रोल मॉडल जैसे महात्मा
गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, लक्ष्मी बाई, भगत सिंह, बाल गंगाधर तिलक, चंद्र शेखर
आजाद, मदर टेरेसा आदि स्वतंत्रता सेनानियों की वेशभूषा धारण उनके जीवन और संघर्ष के
बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही बच्चों के लिए पोस्टर मेकिंग, नुक्कड़ नाटक, भाषण, कविता
गायन आदि का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया कि देश
की आजादी के लिए अनगिनत हिंदुस्तानियों ने देश की मिट्टी को अपने खून से सींचा था तब
जाकर हमें यह आजादी मिली थी। भारत पर अंग्रेजों पर हुकूमत 1858 में शुरू हुई थी जो
तकरीबन 200 साल तक चली। प्रोग्राम में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को सर्टीफिकेट देकर
सम्मानित किया गया।
डिप्स स्कूल और कॉलेज के प्रिंसिपल्स ने सभी को बधाई देते हुए विद्यार्थियों
को एक बढ़िया राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इसमें टीचर्स व एक स्कूल का
योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि एक शिक्षक ही विद्यार्थी को सीखा सकता है कि वह
किस तरह से बढ़िया इंसान बन कर अपनी देश की सेवा कर सकता है। बच्चों को भारत के महान
इतिहास के बारे में जानकारी दी गई।
डिप्स चेन के एमडी सरदार तरविंदर सिंह और डिप्स चेन की सीईओ मोनिका
मंडोत्रा ने कहा कि हमें यह आजादी बहुत ही मुश्किल से मिली है इसलिए देश की सुरक्षा, प्रगति
और समृद्धि के लिए हमेशा कोशिश करनी चाहिए। हमें जो कुछ भी मिला है वह इसी धरती का
है इसलिए हमें अपनी धरती को सुरक्षित करने की पूरी कोशिश करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें भारतीय होने पर गर्व करना चाहिए और खुश होना चाहिए कि हम एक
आजाद भारत की भूमि में पैदा हुए है। हमारा देश अब बहुत ही तेजी से तकनीक, शिक्षा, खेल,
आर्थिक तौर पर विकसित हो रहा है इसलिए देश की युवा पीढ़ी होने के नाते आपका फर्ज है कि
आप भी अपने देश के विकास में पूरा योगदान दें।