why and how did a two storey school collapse in nigeria 22 students died

नाइजीरिया : उत्तर-मध्य नाइजीरिया में शुक्रवार को दो मंजिला स्कूल के ढहने से 22 छात्रों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। प्लैटो राज्य के बूसा बुजी में स्थित ‘सेंट्स एकेडमी कॉलेज’ की इमारत उस वक्त ढह गई जब बच्चे सुबह पढ़ाई करने के लिए पहुंचे थे। इन बच्चों में अधिकतर की उम्र 15 वर्ष या उसे कम थी। प्लैटो पुलिस के प्रवक्ता अल्फ्रेड अलाबो ने बताया कि इमारत ढहने से मलबे में कुल 154 छात्र फंस गए थे जिनमें से 132 को बाहर निकाल लिया गया और उन्हें विभिन्न अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। कई लोग अभी भी मलबे में दबे हुए जिन्हें निकालने का काम जारी है। इस हादसे में 22 छात्रों की मौत हो गई। नाइजीरिया की राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि इमारत ढहने के बाद बचाव और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ सुरक्षा बलों को भी घटनास्थल पर तत्काल तैनात किया गया। प्लैटो राज्य के सूचना आयुक्त मूसा अशोम्स की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘ घायलों को अविलंब चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित कराने के लिए सरकार ने अस्पतालों से कहा है कि वे भुगतान की चिंता नहीं करें और मरीजों के विवरण संबंधी कागजात तैयार करने में वक्त बर्बाद नहीं करें बल्कि घायलों का तत्काल उपचार करें।

नाइजीरिया की राष्ट्रीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि इमारत ढहने के बाद बचाव और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ सुरक्षा बलों को भी घटनास्थल पर तत्काल तैनात किया गया। प्लैटो राज्य के सूचना आयुक्त मूसा अशोम्स की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘ घायलों को अविलंब चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित कराने के लिए सरकार ने अस्पतालों से कहा है कि वे भुगतान की चिंता नहीं करें और मरीजों के विवरण संबंधी कागजात तैयार करने में वक्त बर्बाद नहीं करें बल्कि घायलों का तत्काल उपचार करें। राज्य सरकार ने इस घटना के लिए स्कूल की “कमजोर बिल्डिंग को जिम्मेदार ठहराया। साथ ही यह स्कूल नदी के किनारे बना हुआ था, जिसको भी इस हादसे की सरकार ने वजह बताया। साथ ही सरकार ने सावधानी बरतते हुए राज्य में जितने भी स्कूलों की इमारत कमजोर हैं और वो नदी किनारे बने हुए हैं, उनको तुरंत बंद करने का आग्रह किया है। अफ्रीका के देशों में नाइजीरिया एक ऐसा देश है, जहां आबादी सबसे ज्यादा है। हालांकि, नाइजीरिया में इमारतों का गिरना मामूली बात हो गई है, पिछले दो साल में देश में इमारतों के गिरने की एक दर्जन से अधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं। अधिकारी ऐसी आपदाओं के समय भवन सुरक्षा नियमों को लागू करने में विफलता, कमजोर इमारत और खराब रखरखाव को जिम्मेदार ठहराते हैं।हादसे के बाद दर्जनों माता-पिता और स्थानीय लोग स्कूल के पास जमा हो गए, जिनमें से कई लोग अपने बच्चों के लिए परेशान थे और मलबे में खुदाई के समय रो रहे थे और उनकी आंखें उनके बच्चे को ढूंढ रही थी। एक महिला ने अपने बच्चे को तलाशने के लिए मलबे के करीब जाने की कोशिश की लेकिन उनको रोक लिया गया और सुरक्षा के चलते घटनास्थल से पीछे किया गया।

 

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