
फगवाड़ा ( )
पंजाबी हिंदू ग्रुप ने अध्यक्ष महंत श्री रविकांत मुनि जी के निर्देशन में पंजाब में अज्ञात प्रवासियों और संदिग्ध घुसपैठियों की बढ़ती आमद को लेकर “अज्ञात लोगों की पुष्टि अभियान” अभियान के अंतर्गत पंजाब भर के लगभग 400 पुलिस थानों में ज्ञापन सौंपा। इसी अभियान के तहत आज पंजाबी हिंदू ग्रुप के श्री कपिश चोपड़ा, श्री रमन नेहरा और श्री नंद सोनी ने फगवाड़ा सिटी पुलिस स्टेशन, थाना सदर फगवाड़ा, थाना सतनामपुरा व थाना रावलपिंडी में यह ज्ञापन सौंपे, जिसमें उन्होंने डीजीपी पंजाब, माननीय उच्च न्यायालय, माननीय सर्वोच्च न्यायालय और भारतीय कानूनों के आदेशों का हवाला देते हुए बांग्लादेशी रोहिंग्याओं और अन्य अज्ञात संदिग्ध लोगों के सत्यापन की मांग की। इस अवसर पर बोलते हुए पंजाबी हिंदू ग्रुप के श्री रमन नेहरा ने कहा कि पंजाब एक सीमावर्ती राज्य है। पंजाब ने सदियों से ढाल बनकर भारत की रक्षा की है। चाहे वह सिकंदर महान का समय हो या आज़ादी के बाद पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध। उन्होंने कहा कि विदेशी षड्यंत्रों के कारण पंजाब ने कई दशकों तक आतंकवाद को झेला है। जिसमें हजारों निर्दोष पंजाबी हिंदू मारे गए और हजारों सशस्त्र बलों, पंजाब पुलिस के जवानों, राजनीतिक हस्तियों को पंजाब की शांति के लिए बलिदान देना पड़ा। लाखों पंजाबी हिंदुओं को अपनी जान बचाने के लिए अपने पुश्तैनी घर छोड़कर पंजाब से भागना पड़ा। पंजाब ने शांति बहाली के लिए बहुत बड़ी कीमत चुकाई है। अब पिछले कुछ समय से पंजाब में बड़ी संख्या में अज्ञात संदिग्ध बाहरी लोग आ रहे हैं। पंजाब के विभिन्न इलाकों से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को एक निश्चित स्थान पर बड़ी संख्या में संदिग्ध लोग इकट्ठा होते हैं, जहाँ कुछ लोग हुड़दंग मचाते हैं और स्थानीय महिलाओं से छेड़छाड़ करते हैं, बेतरतीब ढंग से वाहन पार्क करते हैं और विरोध करने पर स्थानीय हिंदू-सिख लोगों को धमकाते हैं। आरोपियों की कोई पहचान नहीं है, वे कहाँ से और किस उद्देश्य से पंजाब आए हैं, यह भी पता नहीं है कि वे बांग्लादेशी हैं या रोहिंग्या घुसपैठिए हैं या कोई और। ऐसे अज्ञात लोग पंजाब की कानून-व्यवस्था को बिगाड़ते हैं और अपराध करके फरार हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि नवरात्रि से लेकर करवा चौथ, अहोई अष्टमी जैसे हमारे हिंदू त्यौहार महिलाओं से जुड़े हैं, जिसके लिए ये अज्ञात लोग मेहंदी, चूड़ियों और किसी अन्य रूप में हमारी महिलाओं से संपर्क करके उन्हें निशाना बनाने की कोशिश कर सकते हैं। इनमें से अधिकांश लोग संदिग्ध हैं जो भारतीय नागरिक भी नहीं हैं और उनके पास फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड आदि हो सकते हैं। सम्मानित न्यायालयों और भारतीय कानूनों के आदेशों/दिशानिर्देशों के अनुसार, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड आदि जैसे दस्तावेज भारतीय नागरिकता का प्रमाण नहीं हैं। भारतीय नागरिक अधिनियम 1955 के अनुसार, इन संदिग्ध व्यक्तियों की नागरिकता का ठोस सबूत प्राप्त करने और इसे रिकॉर्ड पर लाने की सख्त आवश्यकता है। विदेशी अधिनियम 1946 की धारा 9 के अनुसार, सबूत का भार भी संदिग्ध पर है, जिसे कानून के अनुसार अपनी भारतीय नागरिकता साबित करनी होगी और अगर वह अपनी नागरिकता साबित करने में विफल रहता है, तो उस व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी पंजाबियों और खासकर महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पंजाबी हिंदू ग्रुप ने आने वाले शुक्रवार को एकत्रित होने वाले अज्ञात संदिग्ध लोगों की वेरिफिकेशन के लिए आज पुलिस स्टेशन स्तर पर यह पत्र दिया है। अगर स्थानीय पुलिस आने वाले शुक्रवार को कार्रवाई नहीं करती है तो आने वाले सोमवार/मंगलवार को पंजाब के हर क्षेत्र के डीएसपी या डीसीपी को ज्ञापन देकर इन संदिग्ध व्यक्तियों की वेरिफिकेशन की मांग की जाएगी। अगर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो आगे आंदोलन की रणनीति पर विचार किया जाएगा। सभी पंजाबियों और खासकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए यह मुहिम नवरात्रि से पहले किसी भी कीमत पर पूरी की जाएगी, चाहे इसके लिए पंजाब स्तर पर आंदोलन ही क्यों न छेड़ना पड़े। इस मौके पर श्री कपिश चोपड़ा, श्री रमन नेहरा और श्री नंद सोनी के साथ प्रवीण धुन्ना, दिनेश खरबंदा, सुमित भंडारी, हरि कृष्ण दुग्गल तथा रवि मंगल भी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन : फगवाड़ा सिटी थाना के मुंशी रविंदर परमार को मांग पत्र सौंपते हुए श्री कपिश चोपड़ा, श्री रमन नेहरा, श्री नंद सोनी, हरि कृष्ण दुग्गल तथा रवि मंगल