चंडीगढ़, 30 जून

आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब में नशे के मुद्दे पर विपक्षी नेताओं, खासकर कांग्रेस और भाजपा के दोहरे मापदंड की कड़ी आलोचना की है। मंत्री चीमा ने वीडियो साझा कर बताया कि कैसे ये नेता पहले बिक्रम मजीठिया जैसे ड्रग किंगपिन की निंदा करते थे, लेकिन अब जब आप सरकार उनके खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रही है, तो वे बेशर्मी से उनका बचाव कर रहे हैं।

मीडिया को संबोधित करते हुए हरपाल चीमा ने कहा, “2007 से 2017 तक पंजाब में चिट्टा (सिंथेटिक ड्रग्स), हेरोइन और स्मैक जैसे नशीले पदार्थों के प्रसार में खतरनाक वृद्धि देखी गई। यह राज्य के इतिहास यह काला दौर था जो खुलेआम नशे के व्यापार से भरा है। यह अकाली-भाजपा सरकार के शासन से अमिट रूप से हमेशा के लिए जुड़ा रहेगा।

उन्होंने कहा कि अब, जब आप सरकार इन अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है, तो वही विपक्षी नेता, जिन्होंने कभी पंजाब से ड्रग्स को खत्म करने का वादा किया था, बेशर्मी से इस नापाक व्यापार में शामिल लोगों का बचाव कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 2007 से 2017 तक अकाली दल और भाजपा गठबंधन के कार्यकाल के दौरान पंजाब के युवा नशे के जाल में फंस गए। इतिहास की किताबों में पहली बार यह दर्ज होगा कि पंजाब के युवा, जिनमें से कई इस महामारी से बचने के लिए विदेश चले गए थे, इस नशे के कारोबार द्वारा व्यवस्थित रूप से बर्बाद कर दिए गए। उन्होंने कहा कि इसे पिछली सरकारों ने नजरअंदाज किया बल्कि बढ़ावा भी दिया। यह और भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण है।

मंत्री चीमा ने इस बात पर भी जोर दिया कि कैसे प्रमुख विपक्षी नेता पहले ड्रग व्यापार में शामिल बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते थे, पर आज वे उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा का जिक्र किया, जिन्होंने 2016 में बिक्रम मजीठिया और अन्य के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया था, लेकिन अब वे अपने रुख से पलट गए हैं और उनका बचाव कर रहे हैं।

चीमा ने कहा कि 2016 में बाजवा ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि जब कांग्रेस सरकार सत्ता में आएगी, तो वे बिक्रम मजीठिया और अन्य आरोपियों को सड़कों पर घसीटेंगे, लेकिन आज वह मजीठिया को साफ-सुथरा आदमी बता रहे हैं। उन्होंने बाजवा से इस मुद्दे पर अपना रूख सार्वजनिक रूप से स्पष्ट करने को कहा।

चीमा ने सुखपाल सिंह खैरा और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी जैसे कांग्रेस नेताओं के बयानों का भी जिक्र किया, जिन्होंने एक समय मजीठिया पर ड्रग तस्करी में शामिल होने का आरोप लगाया था, लेकिन अब वे भी अपने बयानों से मुकर रहे हैं। उन्होंने कहा, “खैरा और चन्नी दोनों ने पहले मजीठिया को ‘ड्रग माफिया’ कहा था और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। आज, जब आप सरकार उन्हें कानून के कटघरे में खड़े कर रही है, तो उन्होंने उनका बचाव करना शुरू कर दिया है। यह पंजाब के लोगों के साथ सीधा विश्वासघात है।

आप मंत्री ने भाजपा नेता रवनीत बिट्टू को भी निशाने पर लिया और इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे कांग्रेस में रहते हुए उन्होंने मजीठिया को ड्रग व्यापार से जोड़ा था और अब उन्हें बचाने के लिए कारवाई का विरोध कर रहे हैं। चीमा ने कहा कि दरअसल इन नेताओं कोई ईमान नहीं है। वे अपनी राजनीतिक सुविधा के लिए अक्सर अपना रुख बदलते रहते हैं, जबकि पंजाब के युवा नशे से परेशान हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अब पंजाब के लोग इन नेताओं से जवाब मांग रहे हैं कि आखिर रातों-रात ऐसा क्या बदल गया कि वे लोग मजीठिया का खुलकर बचाव करना शुरू कर दिया है? क्या इसमें उनका कोई राजनीतिक स्वार्थ या लाभ छुपा है? यह अब पंजाब के लोग जानना चाहते हैं। उन्होंने पंजाब में नशे की समस्या से लड़ने के लिए आप की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि नशे के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हर व्यक्ति, चाहे उसकी राजनीतिक कद या पहुंच कितना भी बड़ा हो, अगर नशे के कारोबार में शामिल रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम तब तक चैन से नहीं बैठेंगे, जब तक हर ड्रग तस्कर सलाखों के पीछे न पहुंच जाए। हम पंजाब से इस समस्या को हमेशा के लिए खत्म करेंगे।

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