चंडीगढ़ : पंजाब के अमरगढ़ से आम आदमी पार्टी  के विधायक जसवंत गज्जनमाजरा के ठिकानों पर एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) की रेड 14 घंटे चली। जिस दौरान ED ने 32 लाख रुपए कैश रिकवर किया। जिसे ED अपने साथ ले गई। इसके अलावा गज्जनमाजरा और उनके भाई का मोबाइल भी ED ले गई है। ED ने उनके घर, स्कूल और फैक्ट्री से कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैंवहीं MLA जसवंत गज्जनमाजरा ने कहा कि वह किसी तरह के दबाव में नहीं आएंगे। उनसे बरामद रुपया कारोबार की पेमेंट थी। अक्सर घर में कैश पड़ा रहता था। वह ED की जांच में पूरा सहयोग करेंगे। 14 अफसरों ने उनके यहां रेड की। ED के अफसरों ने विधायक गज्जनमाजरा और भाई के बयान भी दर्ज किए।आप के विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा के घर और कारोबार पर पहले CBI ने रेड की थी। CBI 94 साइन किए ब्लैंक चेक, करीब 16.57 लाख कैश, फॉरेन करंसी, प्रॉपर्टी के कागजात आदि ले गई थी। यह बरामदगी बैंक फ्रॉड के केस में हुई थी। जिसमें 2011 से 2014 के बीच विधायक ने 4 किश्तों में बैंक से लोन लिया था। यह लोन करीब 40.92 करोड़ का था। बैंक की लुधियाना ब्रांच ने इस बारे में CBI से शिकायत की। जिसमें कहा गया कि गज्जनमाजरा ने जिस मकसद के लोन लिया था, उसकी जगह किसी दूसरी जगह इसका इस्तेमाल किया।आप के विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने घोषणा की थी कि वह सिर्फ एक रुपया वेतन लेंगे। गज्जनमाजरा ने कहा था कि पंजाब वित्तीय समस्याओं से जूझ रहा है। इसलिए मैं बतौर विधायक एक रुपया वेतन लूंगा। चुनाव में उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के सिमरनजीत सिंह मान को हराया था, लेकिन आप के विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा अब ED के निशाने पर हैं और उनके ऊपर कई सवाल खड़े हो गए हैं आखिर इतना पैसा उनके पास कहां से आया और जो 40.92 करोड़ का लोन लिया था उसका इस्तेमाल कहां किया।

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