
चंडीगढ़ : पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने बेटे अकील अख्तर की मौत को लेकर पहली बार चुप्पी तोड़ी है. गौरतलब है कि इस मामले में उनके अलावा उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना, बेटी और बहू के खिलाफ आरोप और एफआईआर दर्ज की गई है. सहारनपुर में मीडिया से बात करते हुए मुस्तफा ने कई खुलासे किए. एएनआई से बातचीत में मुस्तफा ने कहा कि एक पिता के लिए सबसे बड़ा दुख अपनी औलाद को खोना होता है. अकील 18 साल तक नशे की लत से जूझता रहा. इसी नशे की ओवरडोज के कारण उनके बेटे की मौत हुई है. उन पर लगे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं.
पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा आगे कहते हैं कि इकलौते बेटे को खोने के सदमे के उनके अंदर के सिपाही को जगा दिया है, ताकि वो छोटी सोच वालों के खिलाफ खड़े हो सकें. बच्चा चाहे कितनी भी गलतियां करे, पिता हमेशा उन्हें दुनिया से बचाता है, फिर भी, कुछ लोगों ने अपनी घटिया राजनीति के लिए इस स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश की है. उन्हें इस बात से इसलिए डर नहीं लगता, क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है. क्या आपने कभी किसी पिता को अपने ही बेटे की हत्या करते सुना है? मां, बेटी या बहू को ऐसे अपराध में शामिल होते सुना है?” मैं खुद को उन बदकिस्मत पिताओं में से एक मानता हूँ जो इस असहनीय स्थिति का सामना कर रहे हैं… वह हर जांच में सहयोग देंगे, ताकि सच्चाई दुनिया के सामने आ सके.