चंडीगढ़: प्रदेश में अनुसूचित जाति समाज के मुद्दों तथा अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों की छात्रवृति के पैसे गबन, दलित महिलाओं व बच्चियों से बलात्कार, शारीरिक शोषण व दलित समाज पर अत्याचार किए जाने जैसे गंभीर मामलों को लेकर प्रदेश भाजपा महासचिव राजेश बागा तथा प्रदेश भाजपा एस.सी. मोर्चा प्रभारी राकेश गिल के नेतृत्व में भाजपा एस.सी. मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राज कुमार अटवाल की अध्यक्षता में समूचे पंजाब से अनुसूचित समाज के लोगों तथा कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री आवास के समक्ष धरना दिया गया।इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा तथा संगठन महामंत्री दिनेश कुमार विशेष रूप से उपस्थित हुए और दोनों ने कार्यकर्ताओं की रैली को संबोधन कर उनका मार्गदर्शन किया। इसके बाद वो संगठनात्मक कार्य हेतु वहां से चले गए। यह रोष-प्रदर्शन सैक्टर-25 चंडीगढ़, रैली ग्राउंड से शुरू हुआ। जैसे ही यह कार्यकर्त्ता इकट्ठे होकर आगे बड़े तो राज्य सरकार ने अपनी ताकत दिखाते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर बैरिकेड लगा कर रोक दिया, जिस पर गुस्साए कार्यकर्ता बैरिगेट तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे।इस दौरान पुलिस ने कार्यकर्ताओं को रोकने बल का प्रयोग करते हुए जलतोपों का इस्तेमाल किया तथा लाठीचार्ज शुरू दिया। इस लाठीचार्ज में भाजपा की पूर्व विधायिका सीमा देवी की बाजू टूट गई और प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष राजेश बागा को कंधें में गंभीर चोटें आई। इस लाठीचार्ज में सैकड़ों कार्यकर्ता जख्मी हो गए। कार्यकर्ताओं के जोश के आगे पुलिस बल की पेश ना चलती देख आखिरकार पुलिस ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।राजेश बागा ने इस अवसर पर कहाकि दलितों के हक़ के लिए लड़ने के खोखले दावे करने वाली कांग्रेस सरकार के मंत्री ही दलितों के लिए आए फंड डकार रहे हैं, लेकिन पिछले साढ़े चार वर्ष से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने महल में आँखें मूँद कर सोये हुए हैं। उन्हें कुछ भी दिखाई या सुनाई नहीं देता। उन्होंने कहा कि इससे पहले कैप्टन सरकार केंद्र द्वारा प्रदेश के गरीब, जरुरतमंद व दलित समाज के लिए भेजा गया अनाज व दालें डकार गए हैं, लेकिन कैप्टन द्वारा उस मामले में भी चुप्पी साध ली गई।उन्होंने कहाकि अब दलित छात्रों के लिए आई करोड़ों की छात्रवृति कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत द्वारा डकार ली गई है, लेकिन कैप्टन अब भी चुप हैं और कैप्टन ने उन्हें भी क्लीनचिट देकर दलितों छात्रों के भविष्य को अंधकार में धकेल दिया है। उन्होंने कहाकि भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा दलित समाज के अत्याचारों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकता और दलित समाज की मांगों को लेकर आज प्रदेश की राज्य सरकार के विरुद्ध सड़कों पर उतर कर मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया गया है।राकेश गिल ने इस अवसर पर कहाकि गठबंधन सरकार के समय पंजाब में दलित छात्रों की संख्या 4 लाख के करीब थी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान अनुसूचित जाति छात्रवृत्ति के लिए 2400 करोड़ रुपये के बजट प्रावधान में से एक रुपया भी जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधान सचिव समाज कल्याण द्वारा कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत पर एस.सी. छात्रवृति योजना के 64 करोड़ रुपये अपने अधिकरियों के साथ मिल कर गबन करने का आरोप लगाया था।राज कुमार अटवाल ने कहा कि भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा दलित समाज पर हुए अत्याचारों, महिलाओं से बलात्कार, बच्चियों के शारीरिक शोषण तथा कांग्रेस नेताओं के दबाव में दलित समाज के लोगों पर झूठे मामले दर्ज करने के संबंध में राज्य की कांग्रेस सरकार के विरुद्ध सडकों पर उतरने को मजबूर हुआ है। इस अवसर पर प्रदेश एस.सी. मोर्चा उपाध्यक्ष बलविंदर सिंह गिल, मोहित भरद्वाज, रांझा बख्शी, राजिंदर सिंह खत्री, शोभा रानी, डॉ. दिलबाग राय, सभी जिलों के एस.सी. मोर्चा के अध्यक्ष आदि उपस्थित थे।अश्वनी शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार आने पर कच्चे सफाई सेवकों को पक्का किया जायेगा। इसके अतिरिक्त गाँवों में खाली पड़ी शामलात की जमीनों पर दलित समाज के लिए योजना बंदी की जरुरत है और पंजाब में भाजपा सरकार आने पर इस संबंध में विस्तृत योजना बनाई जाएगी। इन खाली पड़ी शामलात जमीनों को बिना जमींन वाले दलितों लोगों को अलाट किया जायेगा।