
चंडीगढ़, 25 जून
नशे के खिलाफ पंजाब सरकार की लड़ाई को तेज करते हुए विजिलेंस विभाग ने बुधवार को अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर स्थित आवास पर छापा मारा और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरियां और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए। विजिलेंस विभाग ने 500 करोड़ रुपये के ड्रग मनी घोटाले से संबंधित तथ्यों की जांच के तहत यह यह कारवाई की है।
पंजाब के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने बुधवार को इस मामले पर पार्टी कार्यालय चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और राज्य सरकार की नशे के खिलाफ अटूट प्रतिबद्धता पर जोर दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ आप नेता बलतेज पन्नू भी मौजूद थे।
धालीवाल ने कहा, “मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में हमारी सरकार पंजाब को नशे से मुक्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक पंजाब पूरी तरह से नशा मुक्त नहीं हो जाता।”
मंत्री धालीवाल ने अकाली-भाजपा गठबंधन (2007-2017) के दस साल के शासन के दौरान नशे के प्रसार के गंभीर मुद्दे को भी उजागर किया। उन्होंने इसे एक ऐसा दौर बताया जब पंजाब में “ड्रग्स की छठी नदी” बहने की बात कही गई थी। उन्होंने जनता को कुख्यात ड्रग तस्कर जगदीश भोला की गवाही की याद दिलाई, जिसने 2013 में अदालत में मजीठिया का नाम लिया था। इन खुलासों के बावजूद पिछली सरकारें कार्रवाई करने में विफल रहीं, जबकि ड्रग संकट से लोगों की जिंदगियां तबाह होती रही।
धालीवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की भी आलोचना की और झूठे चुनावी वादे रने का आरोप लगाया। धालीवाल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ड्रग्स को खत्म करने के लिए गुटका साहिब पर शपथ ली थी, लेकिन इसके बजाय कैप्टन अमरिंदर ने मजीठिया के साथ मिलकर ‘चाचा-भतीजा’ गठबंधन की सरकार चलाई।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने ‘युद्ध नशयां विरुद्ध’ अभियान शुरू किया। तब से हजारों ड्रग तस्करों को जेल भेजा जा चुका है, उनकी संपत्तियां जब्त की गई है और कई अवैध भवनों को ध्वस्त किया गया है। वहीं मजीठिया के घर पर की गई छापेमारी ड्रग्स कारोबार में शामिल हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों पर सरकार की कार्रवाई में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि को दर्शाती है।
धालीवाल ने विपक्षी नेताओं के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे लोग मजीठिया का बचाव कर कर रहे हैं। ये वही नेता हैं जो ड्रग्स के कारण पंजाब के युवाओं के बर्बाद होने पर चुप रहे। अब, जब प्रभावशाली लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, तो वे शोर मचा रहे हैं। यह आलोचना ड्रग्स तस्करों के खिलाफ विपक्षी नेताओं की मिलीभगत को उजागर करती है।
धालीवाल ने ड्रग्स के कारण अपने बच्चों को खोने वाले परिवारों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की और कहा, “आज, उन माताओं में न्याय मिलने की एक उम्मीद जगी होगी। हम उन्हें आश्वस्त करते हैं कि आप सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी जब तक ड्रग संकट के लिए जिम्मेदार सभी व्यक्तियों पर कार्रवाई नहीं की जाती।”
धालीवाल ने मुख्यमंत्री भगवंत मान की तारीफ करते हुए कहा कि आप सरकार ने बड़े नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने का साहस दिखाया है। हमारे मुख्यमंत्री भगवंत मान और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब से नशे को जड़ से खत्म करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।