
जालंधर, 01 मई
पंजाब के बागवानी एवं रक्षा सेवाए कल्याण मंत्री मोहिंदर भगत ने भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा पंजाब के हिस्से का पानी हरियाणा को देने के फैसले का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि यह फैसला पंजाब के लोगों के हितों पर बड़ा प्रहार होगा।
बाबू जगजीवन राम चौक पर धरना देते हुए कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत जिनके साथ जिला योजना कमेटी के चेयरमैन अमृतपाल सिंह थे कहा कि यह फैसला पंजाब के अधिकारों पर डकैती है और यह राज्य के स्वायत्तता के अधिकार पर सीधा हमला है तथा केंद्र सरकार की यह तानाशाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पंजाब के पानी को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।
श्री भगत ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जिन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं है जैसे पंजाब और पश्चिम बंगाल के प्रति भेदभावपूर्ण रवैया अपना रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब का पानी पंजाबियों का है। उन्होंने कहा कि हम हरियाणा को पानी की एक भी अतिरिक्त बूंद नहीं देंगे, क्योंकि हरियाणा को उसके हिस्से का पानी पहले से ही मिल रहा है।
बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि आम आदमी पार्टी के मंत्री और विधायक पूरे राज्य में धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह केवल विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि हमारे अधिकारों की लड़ाई है और आम आदमी पार्टी पंजाब के हितों की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पहले ही इसका विरोध कर चुके है और अब पूरा नेतृत्व केंद्र सरकार द्वारा पंजाब का पानी हरियाणा को देने के फैसले का विरोध कर रहा है।
केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पंजाब की आवाज पूरे देश में सुनाई देगी। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता 117 विधानसभा क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने पानी, अधिकार और भविष्य के लिए एकजुट खड़े है।