जालंधर, 10 अगस्त :- देश में पढाई की तरफ युवा पीढ़ी ज्यादा जाने लगी है जिसमें गरीब छात्रों के पोस्ट मीट्रिक स्कालरशिप स्कीम एक एहम भूमिका निभा रही है लेकिन पिछले कुछ समय में सुनने में आया है कि सरकार द्वारा इस स्कालरशिप स्कीम को बंद करने के लिए विचार किया जा रहा है। इस विषय पर चिंता व्यक्त करते हुए कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ कॉलेज एंड स्कूल्ज ऑफ़ पंजाब द्वारा मेंबर ऑफ़ पार्लियामेंट सोम प्रकाश (आई.ऐ.एस) को अनुरोध पत्र दिया गया। अध्यक्ष अनिल चोपड़ा, कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ पॉलिटेक्निक एसोसिएशन के अध्यक्ष विपिन शर्मा, कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ नर्सिंग इंस्टीच्यूट्स के अध्यक्ष संजीव चोपड़ा, कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ डिग्री इंस्टीच्यूटस के अध्यक्ष तलविंदर सिंह राजू, कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ इंजीनियरिंग इंस्टीच्यूशन्स के अध्यक्ष अमित शर्मा, कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ फार्मेसी इंस्टीच्यूशन्स के अध्यक्ष दीपक मित्तल ने अनुरोध पत्र देते हुए कहा कि अगर यह स्कीम बंद होती है तो देश की युवा पीढ़ी एक बहुत बड़े संकट में आ जाएगी क्योंकि इस स्कालरशिप स्कीम के तहत अनेकों छात्रों उच्च शिक्षा का सपना साकार कर पा रहे हैं। अध्यक्ष अनिल चोपड़ा ने कहा कि अगर हम अपने देश को एक भविष्य देना चाहते हैं तो उसकी नींव शिक्षा ही है।

विपिन शर्मा, संजीव चोपड़ा, तलविंदर राजू, अमित शर्मा, दीपक मित्तल ने कहा कि अगर युवा पीढ़ी की शिक्षा को सुरक्षित नहीं किया जाता तो देश अंधेरा की ओर जायेगा और बेरोजगारी, नशे, अपराध भी बहुत बढ़ जाएगा।

सभी मेंबर्स ने सोम प्रकाश को कॉलेजों की स्कालरशिप की बकाया राशि की जानकारी देते हुए अनुरोध किया कि सरकार जल्द से जल्द फण्ड कॉलेजों को प्रदान करे। अगर कुछ सरकार से फंड्स कॉलेजों को नहीं मिलते तो पंजाब में शिक्षा संस्थानों अंत ज्यादा दूर नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ कॉलेजों की 1800 करोड़ बकाया राशि है जिसमें से केंद्र ने 309 पंजाब सरकार को दिए थे लेकिन ना तो 1800 करोड़ और ना ही 309 करोड़ में से कोई पैसा कॉलेजों को मिला है जिसके कारण कॉलेज एन.पी.ऐ हो चुके हैं। सोम प्रकाश ने जल्द कॉलेजों की समस्यायों को हल करने का आश्वाशन दिया।

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