
जालंधर : मेयर वनीत धीर ने बीते दिन नगर निगम के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने के लिए 20 एडहॉक कमेटियों का गठन किया था। इन कमेटियों के चेयरमैन के रूप में आम आदमी पार्टी से जीते पार्षदों को नियुक्त किया गया, जबकि सदस्यों के तौर पर सभी दलों के पार्षदों को शामिल किया गया। इसकी शुरुआत आप पार्षद मनमोहन सिंह राजू ने की, जिन्होंने दो सब-कमेटियों के सदस्य पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। मनमोहन राजू ने वीरवार को अपना लिखित इस्तीफा मेयर वनीत धीर को भेज दिया। गौरतलब है कि मेयर ने उन्हें प्रॉपर्टी टैक्स और तहबाजारी एडहॉक कमेटी में सदस्य के रूप में शामिल किया था, लेकिन राजू ने दोनों कमेटियों से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे में उन्होंने स्पष्ट लिखा कि सब-कमेटियों का गठन करते समय सीनियरिटी और अनुभव का ध्यान नहीं रखा गया, जिसके चलते वह खुद को इन कमेटियों में काम करने के काबिल नहीं मानते। मनमोहन राजू ने कहा कि वह एक जनप्रतिनिधि के रूप में जनता की सेवा करते रहेंगे। माना जा रहा है कि मेयर के इस फैसले से कई अन्य पार्षद भी अंदरखाने नाराज हैं। कईयों ने आज मेयर हाऊस जाकर अपनी नाराजगी मेयर सामने व्यक्त भी की । सूत्रों के अनुसार, पार्टी नेतृत्व ने भी मेयर पर कुछ सिफारिशें थोपी थीं, जिससे बाकी पार्षदों में असंतोष बढ़ रहा है