दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार एक को एक पॉडकास्ट में अपने जीवन के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर बात की। ज़ीरोधा के संस्थापक निखिल कामथ के साथ एक पॉडकास्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके जीवन का एक अहम मंत्र है, “कभी भी बुरे इरादे से कुछ भी गलत न करें।” उन्होंने यह भी बताया कि हर व्यक्ति से गलतियाँ होती हैं, लेकिन किसी भी काम को गलत इरादों से करना किसी भी हालत में ठीक नहीं होता।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने खुद से वादा किया था कि वे कड़ी मेहनत से पीछे नहीं हटेंगे और अपने लिए कुछ नहीं करेंगे। उनका यह संकल्प था कि वे कभी भी बुरे इरादे से किसी भी गलत काम को अंजाम नहीं देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि “मैं इंसान हूँ, कोई भगवान नहीं, और गलती करना इंसान की फितरत है, लेकिन किसी भी काम में बुरे इरादे से कमी नहीं आनी चाहिए प्रधानमंत्री ने इस दौरान आदर्शवाद और विचारधारा की अहमियत पर भी बात की। उन्होंने कहा कि विचारधारा के बिना राजनीति संभव नहीं है, लेकिन आदर्शवाद उससे कहीं ज्यादा जरूरी है। उनका उदाहरण देते हुए कहा कि गांधी जी और सावरकर के रास्ते अलग थे, लेकिन उनकी विचारधारा एक थी