पीसीएम एस.डी. महिला महाविद्यालय, जालंधर के शिक्षा एवं मनोविज्ञान विभाग ने आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के तत्वावधान में ब्रह्माकुमार, प्रसिद्ध डिजिटल डिटॉक्स विशेषज्ञ और सॉफ्टवेयर डेवलपर सौरभ गर्ग द्वारा “डिजिटल वेलनेस” पर एक प्रेरक व्याख्यान का आयोजन किया। प्राचार्य डॉ. पूजा पराशर ने अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। उनका व्याख्यान डिजिटल माइंडफुलनेस और सचेतन जीवन के क्षेत्र पर केंद्रित था। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी की गति के साथ तालमेल बिठाने के लिए, प्रौद्योगिकी के साथ एक संतुलित संबंध बनाने की तत्काल आवश्यकता है – ऐसा संबंध जो भावनात्मक संतुलन, मानसिक स्पष्टता और समग्र कल्याण को बढ़ावा दे। अपने गहन विचार-विमर्श और परिवर्तनकारी विचारों के माध्यम से, उन्होंने आधुनिक दुनिया में सतत जीवन, सचेतन जुड़ाव और प्रौद्योगिकी के उद्देश्यपूर्ण उपयोग पर आधारित जीवन का समर्थन किया। उन्होंने श्रोताओं को न्यूरोप्लास्टिसिटी और स्मृति समेकन जैसी नवीन अवधारणाओं से परिचित कराया, और मस्तिष्क की सीखने और अनुभव के माध्यम से स्वयं को पुनः संयोजित करने की क्षमता का संकेत दिया।

राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी संध्या दीदी, ब्रह्माकुमारीज़ केंद्र, आदर्श नगर, जालंधर की प्रभारी, ब्रह्माकुमारीज़ बहन नेहा, चार्टर्ड अकाउंटेंट और ब्रह्माकुमारीज़ बहन सिमरन भी इस प्रेरक सत्र का हिस्सा थीं।

राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी संध्या दीदी ने श्रोताओं को समग्र स्वास्थ्य के लिए ध्यान का व्यावहारिक प्रदर्शन दिया।

इस कार्यक्रम में पूर्व सिविल सर्जन और त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. आर.एल. बसन की भी शानदार उपस्थिति रही, जिनका ब्रह्माकुमारीज़ एसोसिएशन से पुराना नाता है।

अध्यक्ष श्री नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्यों और प्राचार्या डॉ. पूजा पराशर ने डिजिटल अनुशासन और भावात्मक स्थिरता पर आधारित सत्र के सफल समापन के लिए IQAC सेल और शिक्षा एवं मनोविज्ञान विभागों की सराहना की।

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