
पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर में गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए व्यक्तित्व संवारने और समग्र स्वास्थ्य पर पांच दिवसीय एफडीपी का आयोजन ।
सभी हितधारकों के समग्र विकास के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए, पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर ने आईक्यूएसी के सहयोग से “नरचरिंग द बैकबोन: पर्सनेलिटी ग्रूमिंग एंड हॉलिस्टिक वेलनेस” शीर्षक से पांच दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) का आयोजन किया। कार्यक्रम को कॉलेज के गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए सोच-समझकर तैयार किया गया था, जिसका उद्देश्य उन्हें आत्म-देखभाल, स्वास्थ्य और प्रभावी कार्यस्थल आचरण के क्षेत्रों में व्यावहारिक ज्ञान से सशक्त बनाना था।
लगातार पांच दिनों तक चलने वाले एफडीपी में प्रतिभागियों के शारीरिक, भावनात्मक और पेशेवर स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए विभिन्न विषयों को शामिल किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पहले दिन त्वचा की देखभाल पर एक सत्र से हुई, जिसके बाद दूसरे दिन व्यक्तित्व विकास और स्वास्थ्य: बेहतर आप का निर्माण विषय पर एक ज्ञानवर्धक चर्चा हुई।
तीसरे दिन तनाव से राहत और आसन संबंधी स्वास्थ्य के लिए योग पर एक कायाकल्प सत्र आयोजित किया गया, जिसे सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, नेहरू गार्डन, जालंधर की प्रिंसिपल श्रीमती गोहरीना की उपस्थिति ने और समृद्ध किया। मुख्य अतिथि और संसाधन व्यक्ति के रूप में, उन्होंने व्यक्तित्व विकास पर एक बेहद आकर्षक और प्रेरक व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने आत्म-जागरूकता, आत्मविश्वास निर्माण और पेशेवर व्यवहार पर अपनी विशेषज्ञता साझा की। उनकी उपस्थिति सभी उपस्थित लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी।
चौथे दिन प्रतिभागियों को हेयर केयर और स्टाइलिंग तकनीकों से परिचित कराया गया और अंतिम दिन प्रभावी संचार: कार्यस्थल पर कौशल पर चर्चा की गई, जिसका उद्देश्य पारस्परिक और व्यावसायिक बातचीत को बढ़ाना था।
यह पहल कॉलेज की इस मान्यता का प्रमाण है कि गैर-शिक्षण कर्मचारी किसी भी शैक्षणिक संस्थान की रीढ़ होते हैं। उनके व्यक्तिगत सौंदर्य और कल्याण में निवेश करके, कॉलेज न केवल समावेशिता की संस्कृति को बढ़ावा देता है, बल्कि सभी स्तरों पर आपसी सम्मान और पेशेवर विकास को भी बढ़ावा देता है।
अध्यक्ष श्री नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य माननीय सदस्य और प्राचार्य डॉ. पूजा पराशर और प्रभारी कैप्टन प्रिया महाजन ने कर्मचारियों की उत्साही भागीदारी की सराहना की और इस तरह की पहल के महत्व को स्वीकार किया। डॉ. पूजा पराशर ने इस बात पर जोर दिया कि यह कार्यक्रम कॉलेज के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाता है, जहां प्रत्येक सदस्य का व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास संस्थागत प्रगति का अभिन्न अंग है।