
पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर के विवेकानंद अध्ययन केंद्र ने एपोच सोशल थिंकर्स की योजना और आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के मार्गदर्शन में “आज के भारत में विवेकानंद की प्रासंगिकता” पर एक विचारोत्तेजक अतिथि व्याख्यान का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
सत्र के लिए प्रतिष्ठित संसाधन व्यक्ति डॉ. मनिंदर अरोड़ा ने स्वामी विवेकानंद की कालातीत शिक्षाओं और भारत के समकालीन सामाजिक-सांस्कृतिक परिदृश्य में उनके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवा सशक्तिकरण, राष्ट्र निर्माण और आध्यात्मिक जागृति के लिए उनके दृष्टिकोण पर जोर दिया, जिससे छात्रों और शिक्षकों को समान रूप से प्रेरणा मिली।
सत्र को उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली, जिसमें प्रतिभागियों ने इस बात पर गहन चर्चा की कि कैसे विवेकानंद का दर्शन आधुनिक भारत का मार्गदर्शन करना जारी रखता है।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें डॉ. अरोड़ा को उनकी बहुमूल्य अंतर्दृष्टि के लिए तथा आयोजकों को इस तरह के समृद्ध शैक्षणिक प्रवचन को सुविधाजनक बनाने के लिए आभार व्यक्त किया गया।
अध्यक्ष श्री नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सम्माननीय सदस्यों तथा प्राचार्य डॉ. पूजा पराशर ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विवेकानंद अध्ययन केंद्र तथा आईक्यूएसी के प्रयासों की सराहना की।
आयोजन समिति में डॉ. नीना मित्तल, श्रीमती कवलजीत कौर, डॉ. इंदु त्यागी तथा डॉ. संदीप कौर शामिल थीं।