
डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर द्वारा कश्यप बॉटनिकल सोसाइटी एवं फिजिक्स एसोसिएशन के तत्वावधान में, इको क्लब (ईईपी) के सहयोग से और डीबीटी द्वारा प्रायोजित, पुष्पा गुजराल साइंस सिटी, कपूरथला का एक शैक्षिक भ्रमण आयोजित किया गया है।
यह शैक्षिणक भ्रमण आदरणीय प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार के नेतृत्व में आयोजित किया गया है, जो विषय की बेहतर समझ के लिए ऐसे शैक्षणिक भ्रमणों को प्रोत्साहित करने में सदैव प्रेरक शक्ति रहे हैं।
पुष्पा गुजराल साइंस सिटी (पीजीएससी) की आधारशिला 17 अक्टूबर, 1997 को जनसाधारण में विज्ञान शिक्षा और वैज्ञानिक जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रखी गई थी। यह कपूरथला-जालंधर मार्ग पर स्थित है और 72 एकड़ हरे-भरे क्षेत्र में फैला हुआ है। पीजीएससी को विभिन्न क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक क्षेत्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित है।
कॉलेज के विभिन्न स्नातक कक्षाओं के कुल 36 छात्रों ने पर्यावरण अध्ययन के अनिवार्य पाठ्यक्रम के अंतर्गत पीजीएससी का दौरा किया। यात्रा के दौरान, छात्रों ने इको इकोज़ थिएटर में वन पारिस्थितिकी तंत्र, मैंग्रोव, रेगिस्तान, महासागर, झील आदि सहित पृथ्वी पर रहने वाले विभिन्न प्रकार के पारिस्थितिक तंत्रों के बारे में सीखा।छात्रों ने साइंस सिटी में जलवायु परिवर्तन थिएटर का भी दौरा किया। जलवायु परिवर्तन थिएटर में जानकारीपूर्ण और जागरूकता बढ़ाने वाले शो ने वैश्विक जलवायु परिवर्तन की भयावहता और इसके विनाशकारी प्रभाव का अवलोकन कराया। इसने छात्रों को आज पृथ्वी पर प्रतिकूल जलवायु परिवर्तनों के बारे में संवेदनशील बनाया और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने का आग्रह किया।
विज्ञान नगरी के एक अन्य खंड लाइफ थ्रू एजेस का दौरा, जहां बिग बैंग से लेकर आज की दुनिया तक के विकास को 80 फीट व्यास के गुंबद जैसी संरचना में दिखाया गया था, ने छात्रों को सौर मंडल की उत्पत्ति, बहुकोशिकीय जीवन के विकास, पौधों और जानवरों द्वारा भूमि पर आक्रमण, कोयला जमा, आदिम जीवन के विलुप्त होने, डायनासोर की उत्पत्ति, विकास और विलुप्ति, स्तनधारियों का उदय, मानव का विकास और बहुत कुछ के बारे में जागरूक किया। इसके अलावा, छात्रों ने बर्ड गैलरी का भी दौरा किया और पंजाब राज्य के साथ-साथ भारत में रहने वाली विभिन्न पक्षी प्रजातियों के बारे में जाना। छात्रों ने अंतरिक्ष एवं विमानन गैलरी, आईमैक्स 3डी थिएटर, फ्लाइट सिम्युलेटर, भूकंप सिम्युलेटर, डायनासोर पार्क, ऊर्जा शिक्षा पार्क आदि का भी भ्रमण किया।
अंत में, पीजीएससी के सूचना अनुभाग की श्रीमती हरसिमरन कौर ने छात्रों से बातचीत की और विज्ञान नगरी में स्थापित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के बारे में जानकारी दी। इस भ्रमण के माध्यम से छात्रों ने पीजीएससी द्वारा प्रदान की गई इंटरैक्टिव अनौपचारिक शिक्षा का लाभ उठाया।डॉ. लवलीन (प्रभारी, कश्यप बॉटनिकल सोसाइटी) और डॉ. शिवानी वर्मा (सहायक प्रोफेसर, वनस्पति विज्ञान) इस भ्रमण के दौरान छात्रों के साथ रहीं। डॉ. लवलीन ने डॉ. राजेश ग्रोवर (निदेशक, पुष्पा गुजराल साइंस सिटी) का उनके महत्वपूर्ण सहयोग और भ्रमण के दौरान आवश्यक सुविधाएँ प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। डॉ. लवलीन ने प्राचार्य महोदय, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. कुॅंवर राजीव (उप-प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष, भौतिक विभाग), डॉ. शरणजीत संधू (भौतिक विभाग के डीबीटी समन्वयक) और डॉ. कोमल अरोड़ा (विभागाध्यक्ष, वनस्पति विज्ञान एवं समन्वयक, इको क्लब) को भी उनके बहुमूल्य सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।