बठिंडा : अपनी कोठी बनाने के लिए बठिंडा माडल टाउन फेस-1 में बीडीए के अधिकरियों से मिलीभगत कर कामर्शियल प्लाट को रिहायशी बनाकर खरीदने के मामले में विजिलेंस ब्यूरो बठिंडा की तरफ से पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल, एक पी.सी.एस. अधिकारी समेत छह लोगों पर धोखाधड़ी करने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद मंगलवार को मनप्रीत बादल ने बठिंडा कोर्ट में दायर की अग्रिम जमानत की अर्जी मंगलवार को वापस ले ली है। उनकी अर्जी की सुनवाई एडिशन सेशन जज राम कुमार गोयल की अदालत में होनी थी, लेकिन मंगलवार को मनप्रीत बादल के वकील एडवोकेट सुखदीप बिंदर ने अग्रिम जमानत की अर्जी कोर्ट से वापस ले ली है और अगली कानूनी प्रकिया शुरू कर दी है, ताकि वह नए सिरे से मनप्रीत बादल की जमानत लेने की प्रकिया शुरू कर सके बता दें कि बीती 23 सितंबर को पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मनप्रीत सिंह बादल अपने खिलाफ चल रही विजिलेंस जांच के दौरान संभावित गिरफ्तारी के डर से कोर्ट पहुंच गए थे। करीब दो महीने से राजनीतिक गतिविधियों से गायब चल रहे मनप्रीत बादल ने अपने वकील के माध्यम से जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी दायर की थी। जिसमें उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के कारण झूठे मामले में फंसाने का आरोप लगाया था। उन्होंने अपनी अग्रिम जमानत अर्जी के साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान के भाषण का वीडियो भी संलग्न किया है, जिसमें वह मनप्रीत बादल के खिलाफ मामला दर्ज करने का दावा कर रहे हैं। मनप्रीत सिंह बादल की तरफ से अग्रिम जमानत दर्ज करने के बाद विजिलेंस विभाग पूरी तरह से एक्टिव हो गया था और उनके खिलाफ चल रही जांच में तेजी लाते हुए इस मामले में जुड़े लोगों की धरपकड़ शुरू कर दी थी। जिसके बाद विजिलेंस टीम ने उक्त प्लाट की बोली देने वाले होटल व्यापारी राजीव कुमार और व्यापारी विकास अरोड़ा व शराब ठेकेदार का कारिंदा अमनदीप सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी और रविवाार देर रात को विजिलेंस ब्यूरो के थाना बठिंडा में मनप्रीत सिंह बादल, बीडीए के तत्लकालीन प्रशासक, पीसीएस आफिस विक्रमजीत सिंह शेरगिल, बीडीए के तत्लकालीन सुपरिटेंडेंट और मौजूदा ग्लाडा के एस्टेट आफिसर पंकज कालिया, प्लाट की बोली देने वाले होटल व्यापारी न्यू शक्ति नगर निवासी राजीव कुमार, टैगोर नगर निवासी व्यापारी विकास अरोड़ा, लाल सिंह बस्ती निवासी शराब ठेकेदार के कारिंदे अमनदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था, ताकि मंगलवार को कोर्ट में अग्रिम जमानत पर होने वाली सुनवाई में विजिलेंस अपना पक्ष मजूबती से रख सके, लेकिन मामला दर्ज होने के बाद मनप्रीत बादल ने अपनी जमानत की अर्जी वापस ले ली है

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