नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग का कहना है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून मध्य बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ गया है और केरल में 31 मई तक इसके पहुंचने के आसार हैं. वहीं भारतीय तटों से टकराने के बाद चक्रवाती तूफान ‘यास’ भले ही कुछ कमजोर पड़ गया हो लेकिन उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में अगले एक-दो दिन में भारी बारिश के रूप में इसका असर पड़ने की प्रबल संभावना है. लखनऊ स्थित मौसम केंद्र ने आज और कल राज्य के पूर्वी हिस्सों के 19 जिलों में बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है. छह जिलों में सामान्य से भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है.
मौसम केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, सिद्धार्थ नगर, बस्ती, संत कबीर नगर, महराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, बलिया, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र जिलों व उनके आसपास के इलाकों में तेज हवा चलने के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है. इसके अलावा अयोध्या, सुल्तानपुर, जौनपुर, प्रतापगढ़, संत रविदास नगर और मिर्जापुर जिलों तथा उनके आसपास के क्षेत्रों में भी तेज हवा चलने तथा सामान्य से भारी वर्षा होने की संभावना जताई है।
बिहार में भी अब चक्रवात यास का असर दिख रहा है. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अगले 24 घंटे के अंदर 30 से 35 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है. राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है. अगले 24 से 48 घंटों में मध्य बिहार में भी कुछ जगहों पर वज्रपात होने की आशंका व्यक्त की गई है