जालंधर (संजय कालिया )

अगर हम मानव किसी जरूरतमंद मानव के काम न आ पाए तो हमारा मानव जीवन व्यर्थ है। असल में मानव जीवन का सही उद्देश्य ही है जरुरतमंदों की मदद करना। हमने पाया है कि अगर हम दूसरों की मदद करते हैं तो हमें काफी ख़ुशी मिलती है। यह ख़ुशी हमारे जीवन के तनाव को कम ही नहीं करता बल्कि सुकून और शांति प्रदान करता है।

भारत विकास परिषद आस्था शाखा जालंधर द्धारा संस्कृति पखवाड़े के अंतर्गत अपनी पहल के आधार पर सिंधु न्यास आदर्श नगर में अपने सहयोगियों के साथ राशन (खाने पीने) की जरुरी सामग्री वितरित की गई।

1. दान करें – दान करना दुनिया के गरीबों की मदद करने के सबसे स्पष्ट और सबसे तेज तरीकों में से एक है।

2. व्यक्तिगत वित्तीय सहायता – व्यक्ति व्यक्तिगत गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद कर सकते हैं। इससे उन्हें जीवन यापन की बुनियादी समस्याओं को हल करने में मदद मिल सकती है।

3. जागरूकता बढ़ाएं – अगर आप गरीबों की मदद करना चाहते है, तो आप अपने परिवार, सहकर्मियों, और दोस्तों के साथ विभिन्न गरीबी से लड़ने वाले संगठनों को जानकारी साझा कर सकते हैं।

4. धन उगाहना – दुनिया के गरीबों की मदद करने का एक अच्छा तरीका धन का इकट्ठा करना है। इसके लिए आप दान करने या अभियान शुरू करने के लिए विभिन्न संगठनों के बारे में लोगों से संपर्क कर सकते।

5. पुराना सामान दान करें – आप जरूरतमंदों और गरीबों की मदद करने के लिए पुराने कपड़े, फर्नीचर, उपकरण और अन्य सामग्री या सामान दान कर सकते हैं।

6. सोशल मीडिया – सोशल मीडिया गरीबों की मदद करने का सबसे सरल तरीकों में से एक बन गया है। आप कही से भी किसी भी गरीब को मदद कर सकते है।

7. एक उद्देश्य के साथ उपभोक्ता बनें – आप एक उपभोक्ता बनकर भी गरीबो की मदद कर सकते है, एक उपभोक्ता चीजें खरीदता है। जो गैर-लाभकारी संगठनों या वेबसाइटों से मदद के लिए कोई उत्पाद खरीदता है।

8. आयोजनों की व्यवस्था – आयोजनों की व्यवस्था करके भी आप दुनिया के गरीबों की मदद कर सकते है। जैसे पार्टियों की मेजबानी कर, मूवी/टीवी शो मैराथन करना।

9. स्वयंसेवी – गरीबों की मदद करने के लिए यकीनन, सबसे अधिक फायदेमंद तरीकों में से एक स्वयंसेवा है। जो एक गैर-लाभकारी संगठन के लिए स्वयंसेवक, गरीबी से लड़ने या इंटर्नशिप हासिल करने के लिए एक आंदोलन के लिए स्वयंसेवक बन सकते है।

10. शिक्षा -गरीब और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त शिक्षा देने से उन्हें एक व्यक्ति के रूप में विकसित होने और बेहतर जीवन जीने में मदद मिलती है। शिक्षा जीवन की कठिनाइयों से निकलने की शुरुआत है।
इस मौके पर मनोज हांडा (जिला अध्यक्ष) बीबी मल्होत्रा (आस्था शाखा अध्यक्ष) राजकुमार शर्मा (सचिव), राजीव चोपड़ा (कोषाध्यक्ष), गुलशन अरोड़ा, शिवकुमार गुप्ता, श्रीमती नीलम गुप्ता, अश्विनी विज, राम अवतार विज, संजय कालिया, सतविंदर सिंह (संरक्षक सिंधु न्यास) आदि उपस्थित रहे।

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