दिल्ली: भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है। भारत के GSAT-20 उपग्रह का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट से किया गया। यह पहली बार है जब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की कमर्शियल ब्रांच न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड ने स्पेसएक्स के साथ उपग्रह लॉन्च करने के लिए साझेदारी की है। प्रक्षेपण के 34 मिनट बाद, उपग्रह रॉकेट से अलग होकर अपनी जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में स्थापित हो गया।इस मौके पर NSIL के चेयरमैन और एमडी राधाकृष्णन डी ने इस साझेदारी के महत्व पर जोर देते हुए बताया कि यह एक नई शुरुआत है। उन्होंने बताया कि स्पेसएक्स को पिछले साल भारत से जारी किए गए RFP के आधार पर चुना गया था। इस समझौते के तहत सिर्फ यह लॉन्च किया गया है, और भविष्य में अन्य आवश्यकताओं के लिए भी ऐसे सहयोग की संभावना है।भारत के अंतरिक्ष व्यवसायीकरण के तहत स्थापित NSIL को उपग्रह मिशनों का स्वामित्व, संचालन और वित्तपोषण करने का काम सौंपा गया है। इसने पिछले साल जून 2022 में GSAT-24 मिशन के साथ भारत के उपग्रह उद्योग में प्राइवेट सेक्टर की भागीदारी के लिए एक मिसाल कायम की। अब, GSAT-20 का लॉन्च NSIL के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत में कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। यह सरकार के डिजिटल डिवाइड को समाप्त करने और राष्ट्रीय विकास में अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी के लाभ का उपयोग करने के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

Disclaimer : यह खबर उदयदर्पण न्यूज़ को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। उदयदर्पण न्यूज़ इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। यदि इस खबर से किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को आपत्ति है, तो वह हमें संपर्क कर सकते हैं।