
दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रमुख अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 92 साल की उम्र में 26 दिसंबर 2024 को हुआ। उनका निधन दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में हुआ, जहां वह कुछ समय से उम्र संबंधी चिकित्सा समस्याओं का इलाज करवा रहे थे। उनके निधन के बाद पूरे देश में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। इस समय के दौरान विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं पर प्रभाव पड़ा है। दिल्ली में भी मुख्यमंत्री आतिशी ने पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। इस दौरान दिल्ली सरकार के कई शोक कार्यक्रमों के साथ-साथ सरकारी कार्यों को भी स्थगित किया जाएगा। दिल्ली में शोक की अवधि के दौरान, खासकर सरकारी दफ्तरों और शैक्षिक संस्थाओं में छुट्टी का कोई आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन यह संभावना है कि कई सरकारी दफ्तर और स्कूलों में अनुपस्थिति दर्ज की जाएगी, क्योंकि शोक की स्थिति में अक्सर कामकाजी दिन प्रभावित होते हैं। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक बैठक भी 27 दिसंबर को होने वाली थी, जिसे रद्द किया जा सकता है। आर्थिक टाइम्स के अनुसार, केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक सुबह 11 बजे निर्धारित थी, लेकिन अब यह स्थगित की जा सकती है। भारत सरकार ने डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है, जो 2 जनवरी 2025 तक रहेगा। इस शोक की अवधि के दौरान, देशभर में सरकारी और सार्वजनिक कार्यों में शांति और संवेदना का पालन किया जाएगा। राष्ट्रीय शोक के दौरान, विशेष शोक समारोह आयोजित किए जाएंगे और कई प्रमुख सरकारी कार्यक्रमों को स्थगित किया जा सकता है। इसके अलावा, पूरे देश में डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को याद किया जाएगा और उनके कार्यों की सराहना की जाएगी। उनके प्रधानमंत्री बनने से लेकर भारतीय अर्थव्यवस्था में उनके द्वारा किए गए ऐतिहासिक सुधारों तक, उनका योगदान अमूल्य रहेगा।