जालंधर, 25 अप्रैल :- सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट आफ पॉलिटेक्निक एंड फार्मेसी में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया। छात्रों ने अध्यापकों के नेतृत्व में मलेरिया संबंधी जानकारी देने हेतु चब्बेवाल कालोनियों में घर-घर जाकर लोगों को साफ-सफाई रखने संबंधी जागरूक किया। प्रिंसिपल इंजीनियर जतिन वर्मा के नेतृत्व आयोजित इस एक रोजा जागरूकता प्रोग्राम के दौरान छात्रों ने लोगों को बताया कि हर साल 25 अप्रैल को विश्व भर में मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इस साल इसका थीम ‘मलेरिया रोग के बोझ को कम करने ओर जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करें’ रखा गया है। कॉलेज विद्यार्थियों ने लोगों को समझाया कि मलेरिया पर रोकथाम हम सभी की जिम्मेदारी है। यह एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है, जो साफ खड़े पानी में पनपता है। ठंड ओर कंपकंपी से तेज बुखार, उल्टियां ओर तेज सिरदर्द, थकावट तथा कमजोरी महसूस होना, बुखार के बाद पसीना आना इत्यादि मलेरिया के मुख्य लक्षण है। सरकारी अस्पताल में इसका इलाज मुफ्त में किया जाता है। मलेरिया से बचने के लिए उन्होंने ने कहा कि कपड़े ऐसे पहने कि पूरे शरीर को कवर करें ताकि मच्छर काट ना पाए। रात को मच्छरदानी में सोए ओर मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें। उन्होंने छात्रों को मलेरिया से बचाव के लिए आसपास की साफ-सफाई तथा पानी ना ठहरने के लिए प्रेरित किया।