
दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में हुए हालिया विस्फोट मामले के बाद, फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। मंगलवार तड़के प्रवर्तन निदेशालय की कई टीमों ने क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस के साथ यूनिवर्सिटी परिसर और इससे जुड़े लगभग 30 ठिकानों पर व्यापक छापेमारी की है।वित्तीय अनियमितताओं और PMLA के तहत कार्रवा ईडी की यह कार्रवाई मुख्य रूप से यूनिवर्सिटी और उसके ट्रस्टियों से जुड़ी वित्तीयअनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग की जाँच के तहत की जा रही है। जांच एजेंसी ने इस मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। जांच का मुख्य फोकस यूनिवर्सिटी के अकाउंट्स, फंडिंग के स्रोत और संदिग्ध वित्तीय लेन-देन पर है। जाँच में विदेशी फंडिंग के नियमों के उल्लंघन और ट्रस्ट की संपत्तियों के गलत इस्तेमाल का संदेह जताया जा रहा है।छापेमारी तब हुई है जब दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट मामले में यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों और व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं। अधिकारियों का मानना है कि यूनिवर्सिटी के वित्तीय रिकॉर्ड से आतंकी फंडिंग और ‘व्हाइट-कॉलर’ टेरर मॉड्यूल से जुड़े महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं।