
फगवाड़ा (शिव कौड़ा) ब्लड प्रेशर की समस्या को हल्के में न लें, यह सिलेबस किलर की भूमिका निभाती है, यह शब्द सिविल सर्जन डा. राजीव पराशर ने जिला स्तरीय सेमिनार के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने स्वास्थ्य पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे पाते हैं, जिसके कारण हमें रक्तचाप, मधुमेह, थायरॉइड, हृदय रोग, किडनी रोग आदि बीमारियों का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि रक्तचाप कई बीमारियों का कारण है। उन्होंने कहा कि रक्तचाप की समस्या, हमारी अस्वास्थ्यकर जीवनशैली, खान-पान की आदतें आदि इसके लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि हमें प्रतिदिन सुबह टहलना चाहिए तथा अपने आहार में ताजे मौसमी फल, पत्तेदार सब्जियां तथा मौसमी सब्जियों का सलाद शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे समाज में यह गलत धारणा है कि बीपी की समस्या कोई बड़ी समस्या नहीं है और इसके लिए दवा लेने की कोई जरूरत नहीं है, तथा एक बार दवा लेना शुरू कर दिया तो जीवन भर दवा लेनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि यदि रक्तचाप को नियंत्रित नहीं किया जाए तो इससे हमारी किडनी को भी नुकसान हो सकता है और खून के गाढ़ा होने से हमारी धमनियां भी अवरुद्ध हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि पंजाब में उच्च रक्तचाप के रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इस समस्या से घबराने की बजाय हमें डॉक्टर से जांच करानी चाहिए और बताई गई दवा लेनी चाहिए। हमें अपने दिन की शुरुआत शारीरिक व्यायाम से करनी चाहिए और कम से कम आठ घंटे की नींद लेनी चाहिए तथा तले हुए और अधिक मसालेदार भोजन से बचना चाहिए। सेमिनार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर हमें रक्तचाप की समस्या है तो हमें विशेषज्ञ डॉक्टर से अपना रक्तचाप जांच करवाना चाहिए तथा दवा लेनी शुरू कर देनी चाहिए। अपने आहार को सरल और पौष्टिक रखने के अलावा, हमें शारीरिक गतिविधियों में भी शामिल होना चाहिए। इस अवसर पर जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. रवजीत सिंह ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि एनसीडी प्रोग्राम के तहत लोगों को बीपी, शुगर, कैंसर जैसी बीमारियों के प्रति जागरूक करने के लिए इसकी शुरुआत की गई है। उन्होंने मरीजों को उच्च रक्तचाप के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा इससे बचने के उपाय भी बताए।
*उच्च रक्तचाप के लक्षण*
• सिरदर्द, चक्कर आना
थकान और सुस्ती.
• हृदय गति में वृद्धि.
• छाती में दर्द।
• तेज़ साँस लेना या साँस फूलना।
* धुंधली दृष्टि.
*उच्च रक्तचाप के कारण*
1.) मोटापा
2.) धूम्रपान
3.) शराब का सेवन
4.) असंतुलित आहार
5.) नींद की कमी
6.) तनाव या अवसाद
7.) शारीरिक गतिविधि में कमी. इन सभी कारणों से उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है।
*उच्च रक्तचाप से बचने के उपाय*
• स्वस्थ आहार खाएं.
• अपना वजन नियंत्रित रखें और प्रतिदिन शारीरिक गतिविधि और व्यायाम करें,
• धूम्रपान न करें. ,
• शराब, सौंदर्य प्रसाधन और नशीली दवाओं के प्रयोग से बचें। ,
* आठ घंटे की नींद लें।
जागरूकता सेमिनार के दौरान डॉ. भरमिंदर बैंस, डिप्टी मास मीडिया अधिकारी शरणदीप सिंह, डिप्टी मास मीडिया अधिकारी सुखदियाल सिंह, बीसीसी कोऑर्डिनेटर ज्योति आनंद, बीईई रविंदर जस्सल आदि मौजूद थे।