
फगवाड़ा (शिव कौड़ा) लघु उद्योग भारती फगवाड़ा की एक बैठक संस्था के फगवाड़ा शाखा अध्यक्ष आई.पी. खुराना की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें अतिथि वक्ताओं ने दो सत्रों में जल प्रबंधन एवं वर्षा जल संरक्षण तथा सरकार की लीन योजना पर जानकारीपूर्ण अतिथि व्याख्यान दिए। कृषि संरचनाओं एवं पर्यावरण प्रबंधन में प्लास्टिक इंजीनियरिंग पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के समन्वयक डॉ. राकेश शारदा ने जल प्रबंधन एवं वर्षा जल संरक्षण पर व्याख्यान देते हुए बताया कि वर्षा जल का भंडारण करके किस प्रकार भूजल स्तर को बढ़ाया जा सकता है और जल संकट को कम किया जा सकता है। उन्होंने जल संरक्षण के महत्व और जल की बर्बादी रोकने के उपायों पर प्रकाश डाला। उनके भाषणों की खूब सराहना हुई। इसी प्रकार, एमएसएमई प्रतिस्पर्धात्मक लीन योजना के अंतर्गत विशेष सत्र के दौरान श्री अमित कुमार ममगाई ने लीन मैन्युफैक्चरिंग के विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी और यह भी बताया कि इस लीन परियोजना के लिए सरकार द्वारा 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। परियोजना की कुल लागत 1 लाख 20 हजार रुपये है। जिसमें से केवल 1 लाख 20 हजार रुपये ही खर्च किए जा सकेंगे। 12 हज़ार (10 प्रतिशत) का भुगतान करना होगा। उनकी टीम 18 महीनों तक कारखानों का दौरा करेगी और कर्मचारियों, श्रमिकों और प्रशासनिक समितियों को लीन तकनीक पर प्रशिक्षित करेगी। इससे काम में सुधार और दक्षता बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने, अपव्यय को कम करने, उत्पादन नियंत्रण और प्रशासनिक प्रबंधन में सुधार के उपायों पर भी चर्चा की। उनके भाषण और उदाहरणों ने उद्योगपतियों को काफी प्रभावित किया। अंत में, लघु उद्योग भारती के पूर्व अध्यक्ष पंकज गौतम ने सभी कारखाना मालिकों की ओर से डॉ. शारदा और श्री ममगाई का धन्यवाद किया। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में उन्हें फिर से आमंत्रित किया जाएगा ताकि वे उद्योग को और मार्गदर्शन प्रदान कर सकें। अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर अशोक सेठी, अरविंद बग्गा, चंद्र गुप्ता, पवन कालरा, परमिंदर सिंह कुंदी, सुमित शर्मा, राजिंदर सोंधी, सुबोध सोबती, गौरव हांडा, श्रीमती ईशु ठाकुर, डिंपी चोपड़ा, आलोक सेठी और करण सेठी उपस्थित थे।