जालंधर:  लाल डोरे के अंदर अब लोगों को पानी के कनेक्शन के लिए बिल्डिंग ब्रांच से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने की आवश्यकता नहीं है। अब लोग अपनै क्षेत्र के पटवारी या तहसीलदार और पार्षद से हस्ताक्षर करवाकर दस्तावेज प्रस्तुत करने पर पानी का कनेक्शन ले सकते हैं, वहीं मालिकाना हक का प्रमाण पत्र देकर, अधिकृत एजेंसी से बिल्डिंग प्लान स्वीकृत करवाकर और सीवर कनेक्शन का स्वीकृत प्रमाण पत्र दिखाकर पानी का नियमित कनेक्शन ले सकते हैं। पानी के नियमित कनेक्शन के लिए अभी तक लोगों को निगम में काफी चक्कर लगाने होते थे। इसके बावजूद लोगों को कनेक्शन नहीं मिल पाता था। क्योंकि निचले स्तर पर उन्हें पहले ही बता दिया जाता था कि निगम की बिल्डिंग ब्रांच से अनापत्ति प्रमाण पत्र के बिना कनेक्शन नहीं मिल सकेगा। कई लोगों को छोटी-छोटी खामियों के कारण बिल्डिंग ब्रांच अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं देता था। ऐसे में लोग पानी चोरी करने के लेने के लिए मजबूर होते थे। अब लोगों को विकल्प मिलने से सहूलियत होगी। वहीं, निगम को भी राजस्व मिलेगा।नवंबर 2020 में निगम ने बताया था बिलों का करीब सात करोड़ रुपये बकायनवंबर 2020 में हुई सदन की बैठक में निगम ने जानकारी दी थी कि लोग बिना कनेक्शन लिए पानी का उपयोग कर रहे हैं। सर्वे में ऐसे 2128 लोगों को चिह्नित किया गया था। इन पर नगर निगम का 6 करोड़ 87 लाख 89 हजार 728 रुपये बकाया है। निगम की ओर से बताया गया था कि इन गांवों में 17750 कनेक्शन धारक हैं जोकि लाल डोरे के अंदर हैं। वहीं, 3837 कनेक्शन धारक लाल डोरे के बाहर हैं। वर्तमान आंकड़ों के अनुसार निगम के इस समय लाल डोरा के अंदर 47214 कनेक्शन धारकों पर 56 करोड़ रुपये बकाया है। सबसे ज्यादा डिफॉल्टर बुड़ैल में हैं। निगम का कहना है कि वर्तमान में लालडोरा के बाहर हमने कोई कनेक्शन नहीं दी है।वर्ष 2021 में सदन की बैठक में एक प्रस्ताव लाया गया था कि पानी मूलभूत सुविधा है। इसे हम लोगों से नहीं छीन सकते हैं इसलिए निगम लाल डोरा के बाहर रह रहे लोगों को पानी का कनेक्शन दे दे और उसके बदले में उनसे फीस ले।

Disclaimer : यह खबर उदयदर्पण न्यूज़ को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। उदयदर्पण न्यूज़ इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। यदि इस खबर से किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को आपत्ति है, तो वह हमें संपर्क कर सकते हैं।