जालंधर 10 मार्च (नितिन कौड़ा ) :

विधायक रमन अरोड़ा ने शिवरात्रि के महापर्व पर शहर के विभिन्न धार्मिक स्थानों व लंगरों पर की विशेष तौर पर शिरकत की।

जिसमें विधायक रमन अरोड़ा ने श्री राम चौंक में जॉली सुथिंग एरा की संस्था द्वारा लगाए लंगर पर, अलास्का चौक के नजदीक लगाए लंगर पर, रेलवे स्टेशन के नजदीक शिवरात्रि पर लगाए लंगर पर, बस स्टैंड के नजदीक एंटी करप्शन व ह्यूमंस राइट वेलफेयर एसोसिएशन की और से लगाए लंगर पर, बस्ती अड्डा के नजदीक यंग स्टार कल्ब की और से लगाए लंगर इत्यादि स्थानों पर विशेष तौर पर शिरकत की।

विधायक रमन अरोड़ा ने सभी सोसाइटी के सदस्यों एवं इलाका निवासियों को महापर्व शिवरात्रि के पावन दिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिव से बड़ा कोई योगी नहीं हुआ। भगवान शिव से जुड़ी हर एक चीज हमें जीवन जीने का सही तरीका सिखाती है।

उन्होंने कहा कि भगवान शिव को देवों के देव का कहा जाता है। महादेव का एक रूप ताडंव करते नटराज का है, तो दूसरा रूप महान महायोगी का है। ये दोनों ही रूप रहस्‍यों से भरे हैं, लेकिन शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है।

उन्होंने कहा की पौराणिक शास्त्रों में भगवान शिव का वर्णन देवों के देव महादेव के रूप में मिलता है। स्वयं भगवान शिव ने कर्म के ऐसे 7 सिद्धांतों का उल्लेख किया है, जिनसे बच पाना या जिन्हें टाल पाना लगभग असंभव है।

विधायक रमन अरोड़ा ने कहा कि इस विश्व में हर व्यक्ति को पूरा ज्ञान नहीं है लेकिन सभी के पास किसी-न-किसी चीज का ज्ञान हैं। भगवान शिव के अनुसार, ब्रह्म ज्ञान की खोज के लिए हमें अपने भीतर ही उसकी तलाश करनी होगी, ये हमें कहीं बाहर से प्राप्त नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा कि भोलेनाथ ने अपने कर्म के सिद्धांत में इस बात का वर्णन किया है कि यदि किसी व्यक्ति की खुशियां किसी भौतिक पदार्थ से जुड़ी है तो वह खुशी उस व्यक्ति के लिए एक भ्रम है। क्योंकि वह वस्तु नश्वर है। जिसका अंत होना निश्चित है। इसलिए व्यक्ति को भौतिक आकर्षण से बचकर रहना चाहिए।

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