
फगवाड़ा 19 जून (शिव कौड़ा) अमर शहीद प्रो. रमाकांत जलोटा एवं वीर विनोद गुप्ता के 38वें बलिदान दिवस पर शिव सेना पंजाब ने हर साल की तरह स्थानीय श्री हनुमान गढ़ी मंदिर में प्रात: हवन यज्ञ करवाया। शिव सेना के सिटी प्रधान अंकुर बेदी की अगवाई में आयोजित श्रद्धांजली समागम में शिव सेना पंजाब के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष इन्द्रजीत करवल और राजेश पलटा विशेष रूप से उपस्थित हुए। इस दौरान प्रो. रमाकांत जलोटा एवं वीर विनोद गुप्ता के चित्रों पर माल्यार्पण करके उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि भेंट की गई। करवल एवं पलटा ने मां भारती के दोनों महान सपूतों के बलिदान को प्रणाम किया और प्रण लिया के प्रोफेसर रमाकांत जलोटा और वीर विनोद गुप्ता की प्रेरणा से वे देश की एकता और अखंडता की रक्षा में सदैव तत्पर रहेंगे। करवल व पलटा के अलावा शिव सेना पंजाब के प्रदेश प्रवक्ता विपन शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष रवि दत्त, विनोद गुप्ता, दिनेश बांसल, बब्बू चोपड़ा और अंकुर बेदी इत्यादि ने कहा कि स्व. जलोटा एवं स्व. गुप्ता ने पंजाब की एकता अखंडता की रक्षा हेतु अपने प्राण न्यौछावर किये हैं। उन जैसे महान देशभक्तों के बलिदान तथा हिन्दू-सिख एकता की ताकत के बल पर ही आतंकवाद के काले दौर से पंजाब बाहर आया है। अब दोबारा वैसे हालात न बनें इसके लिये जहां सभी नागरिकों को राष्ट्र के प्रति अपने कत्र्वय का निर्वाह करना होगा वहीं सरकारों को भी ईमानदारी से आतंकवाद के प्रति सख्त रुख अपनाना होगा। आतंकवाद को पुनर्जीवित करने अथवा खालिस्तान की मांग को हवा देने वाली साजिशों को कभी सफल नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राजनीतिक हितों के लिये देश और धर्म को दाव पर लगाने वाले लोग भारत माता के गद्दार हैं, उनसे सचेत रहना चाहिए। वक्ताओं ने युवाओं से आह्वान कर कहा कि वे हर तरह के नशे का त्याग करके नवभारत निर्माण में अपना बहुमुल्य योगदान दें। समागम के अंत में ठंडे मीठे जल की छबील और भंडारे की सेवा अटूट बरताई गई। इस अवसर पर हिन्दू धार्मिक त्यौहार कमेटी के चेयरमैन बलदेव राज शर्मा, ह्यूमन राईट्स कौंसिल के प्रदेश सचिव गुरदीप सिंह कंग, राकेश बांगा, विक्रम शर्मा, अमन बसरा, सतिन्द्र सैनी, करण पंडित, अतुल फगवाड़ा, राकेश कुमार, सोनू लाखा, लवलीन शर्मा मंत्री, नीरज, बब्बी गोस्वामी, मनोज टण्डन, नीरज कुमार, संतोष कुमार, गौरव भीम, वैभव, शैरी वालिया, गौरव परमार, विनय कुमार, टोनी आनंद, नन्ना वालिया, प्रदीप थापर, शमशेर भारती, मानक चंद, जतिन्द्र, नीरज सचदेवा, विजय आदि उपस्थित थे।