( चंडीगढ़) हाल ही में आई भीषण बाढ़ ने श्री आनंदपुर साहिब विधानसभा क्षेत्र के नानग्रां, बेला ध्यानी, भनाम , बुंगा, कल्याणपुर और प्लासी सहित अनेक गांवों को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। फसलें बर्बाद हो गईं, घरों में पानी भर गया और लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। ग्रामीण रोजमर्रा की जरूरतों से लेकर सुरक्षित आशियाने तक के लिए जूझ रहे हैं। इस आपदा से हताश बाढ़ पीड़ितों की आवाज़ सुनने व उन्हें राहत देने के लिए भाजपा के प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ. सुभाष शर्मा खुद गांव-गांव पहुंच रहे हैं ।

डॉ. शर्मा ने प्रभावित परिवारों से मिलकर उनका हालचाल जाना व राहत सामग्री वितरित की। उन्होंने खेतों में पानी से हुए नुकसान और घरों की क्षति का जायजा लिया। इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर समस्याओं को हल करने की अपील की और कहा कि भाजपा व केंद्र सरकार हर परिस्थिति में जनता के साथ खड़ी है।

डॉ. शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के लिए पहले से ही 12,000 करोड़ रुपये आपदा प्रबंधन हेतु स्वीकृत किए थे और अब अतिरिक्त 1,600 करोड़ रुपये का फौरी राहत पैकेज भी दिया है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार की संवेदनशीलता और पंजाब के लोगों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि फसलों, पशुओं और मकानों के हुए नुकसान का पूरा मुआवजा प्रभावित परिवारों तक पहुंचाया जाएगा।

ग्रामीणों की आवाज़—-
बेला ध्यानी गांव में ग्रामीणों ने बताया कि पक्का पुल न होने के कारण बाढ़ के समय उनकी मुश्किलें कई गुना बढ़ जाती हैं। डॉ. शर्मा ने भरोसा दिलाया कि इस मामले को वह केंद्र सरकार तक पहुंचाकर शीघ्र कार्रवाई करवाने का प्रयास करेंगे। वहीं, प्लासी गांव में डंगे (बाढ़ सुरक्षा बांध) की समस्या को लेकर लोगों ने चिंता जताई। डॉ. शर्मा ने मौके पर ही अधिकारियों से बात कर इस समस्या के त्वरित समाधान की मांग की।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” सिर्फ नारा नहीं बल्कि धरातल पर दिखाई देने वाला संकल्प है। केंद्र सरकार पंजाब को इस आपदा से उबारने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।
ग्रामीण इलाके के बाद उन्होंने नांगल के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर को सतलुज झील के उफान से हुए नुकसान का जायजा भी लिया तथा श्री सनातन धर्म सभा के प्रधान रमेश गुलाटी तथा अन्य पदाधिकारी को भरोसा दिलाया कि जल्द ही मंदिर की सुरक्षा के लिए अनिवार्य कार्य शुरू करने से पहले आईईटी रूपनगर के विशेषज्ञों से भू सर्वेक्षण करवाया जाएगा। इस दौरान ही उन्होंने भाखड़ा ब्यास प्रबंध बोर्ड के अध्यक्ष से भी बात करते हुए कहा कि बीबीएमबी भी जरूर मंदिर की सुरक्षा के लिए योगदान सुनिश्चित करे।

Disclaimer : यह खबर उदयदर्पण न्यूज़ को सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुई है। उदयदर्पण न्यूज़ इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं करता है। यदि इस खबर से किसी व्यक्ति अथवा वर्ग को आपत्ति है, तो वह हमें संपर्क कर सकते हैं।