
श्री चैतन्य महाप्रभु श्री राधा माधव मंदिर प्रताप बाग में श्रील भक्ति हृदय वन गोस्वामी महाराज जी की तिरोभाव तिथि पर श्री हरिनाम संकीर्तन एवं हरिकथा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता श्री चैतन्य गौडीय मठ के वर्तमान आचार्य त्रिदण्डी स्वामी श्रीमद् भक्ति विचार विष्णु महाराज जी ने की । कार्यक्रम की शुरुआत देव प्रसाद ब्रह्मचारी, विष्णु दास ब्रह्मचारी, पुजारी श्रीनिवास दास, पुजारी परमानंद, अमित चड्ढा, राजेश शर्मा, गोवर्धन शर्मा, गोपाल अग्रवाल और विधान अरोड़ा ने गुरु वंदना से की । श्रील विष्णु महाराज जी ने बताया कि गुरु, वैष्णव और भगवान तीनों का रोज स्मरण करना चाहिए। इनका स्मरण करने से तमाम प्रकार के विघ्न दूर हो जाते हैं और अभीष्ट वस्तु की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि भगवान की कृपा से ही जीव को सत्संग की प्राप्ति होती है और सत्संग से ही जीव को विवेक होता है कि उसको मनुष्य जन्म भगवान का भजन करने के लिए मिला है । आज के समय में श्री हरिनाम संकीर्तन करना बहुत आवश्यक है । यही साधना हमें सांसारिक सुख व आध्यात्मिक आनंद के साथ-साथ भगवान का साक्षात्कार करवाती है । कार्यक्रम के अंत में महाराज जी के साथ आए देव प्रसाद ब्रह्मचारी प्रभु ने हरि कृष्ण महामंत्र संकीर्तन करते हुए भक्तों को आनंदित किया ।
संकीर्तन में नरेंद्र गुप्ता, केवल कृष्ण, रेवती रमन गुप्ता, टी एल गुप्ता, अजीत तलवाड़, कपिल शर्मा, राम मिलन पाण्डेय, मिंटू कश्यप, अजय अग्रवाल, राजीव ढींगरा, हेमंत थापर, राजन गुप्ता, प्रेम चोपड़ा, गुरु वरिंदर, अजय अरोड़ा, विजय सग्गड़, निशु गुप्ता, सुरेश, मुनीश वर्मा, गणेश अरोड़ा, दीपक बंसल, जतिन बंसल, राकेश चोपड़ा, कृष्ण गोपाल, जगन्नाथ शर्मा , अंबरीश, गौर, अरुण गुप्ता, दिनेश शर्मा, विशाल भल्ला, केशव वासन, कृष्णा, योगेश वासन और अन्य शामिल हुए ।