
जालंधर:- मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नज़दीक लमांपिंड चौंक जालंधर में सामुहिक निशुल्क दिव्य हवन यज्ञ का आयोजन मदिंर परिसर में किया गया।
सर्व प्रथम ब्राह्मणो द्वारा मुख्य यजमान सौरभ मरवाहा से विधिवत वैदिक रिती अनुसार पंचोपचार पूजन, षोडशोपचार पूजन ,नवग्रह पूजन उपरांत सपरिवार हवन-यज्ञ में आहुतियां डलवाई गई।
सिद्ध मां बगलामुखी धाम के प्रेरक प्रवक्ता नवजीत भारद्वाज जी ने दिव्य हवन यज्ञ पर उपस्थित प्रभु भक्तों को प्रवचनों से निहाल करते हुए कहा कि जिस प्रकार से पेड़ का मूल उसकी जड़ होती है, ठीक उसी प्रकार से जीवन में आनंद और सुख का मूल धर्म ही होता है। पेड़ के फल-फूल पत्ते आदि दिखाई देते हैं, लेकिन जड़ दिखाई नहीं देती, मकान के दरवाजे, खिड़कियां आदि दिखाई देती है, लेकिन मकान का मूल नींव हमें दिखाई नहीं देती है। पेड़ के जड़ से अलग कर दिया जाए और मकान को नींव से अलग कर दिया जाए, तो उसका अस्तित्व ही मिट जाता है।
नवजीत भारद्वाज जी ने जड़ और नींव की उदाहरण को सरलतापूर्वक प्रभुभक्तों को समझाते हुए कहा कि इसी प्रकार से यदि हमारे जीवन से धर्म को अलग कर दिया जाए, तो हमारा भी अस्तित्व नहीं रहता। जिस प्रकार से मक्खन में घी, शक्कर में मिठास दिखाई नहीं देती, उसी प्रकार से धर्म दिखाई नहीं देता, लेकिन हम उसका अनुभव कर सकते हैं। हमारे जीवन में धर्म न केवल मंगलकारी, बल्कि उत्कृष्ट मंगल प्रदान करने वाला होता है।
नवजीत भारद्वाज जी ने कहा कि हर इंसान जीवन में सुख और मंगल चाहता है और इसकी कामना करता है, लेकिन सारा संसार अमंगल से भरा हुआ है। संसार की सुख सुविधाएँ शाश्वत मंगल नहीं है, शाश्वत मंगल सिर्फ धर्म है और धर्म मंगलकारी है और कभी अमंगल नहीं करता, बल्कि जीवन में उत्कृष्ट मंगल प्रदान करता है। हम अपने जीवन के कल्याण के लिए साधु-संतों के पास जाते हैं और साधु-संत कल्याण के लिए धर्म की शरण में जाते हैं।
नवजीत भारद्वाज जी ने अंत में प्रवचनों पर विराम लगाते हुए कहा कि धर्म हमें मार्ग दिखाता है और आत्मा के लक्ष्य तक हमें हमारे कर्म ही पहुँचाते हैं। जिस प्रकार से पेड़ का मूल जड़ है, तो जीवन में सुख का मूल धर्म है।
नवजीत भारद्वाज ने बताया की 27 जुलाई दिन रविवार को मां बगलामुखी जी को छप्पन भोग का आयोजन मदिंर परिसर मे किया जा रहा है उन्होंने सभी मां भक्तो से इस शुभ अवसर पर आकर मां बगलामुखी जी को भोग लगाकर पुण्य के भागीदार होने का निमंत्रण दिया।
नवजीत भारद्वाज ने बताया कि कोई भी भक्तजन अपने घर से अथवा बाहर से बिना लहसुन और प्याज के महामाई को भोग लगा सकतें है ,महामाई को दोपहर 12 बजे भोग लगाए जाएगें।
अवसर पर श्वेता भारद्वाज, राकेश प्रभाकर,पूनम प्रभाकर ,सरोज बाला, अमरेंद्र कुमार शर्मा,प्रदीप , दिनेश सेठ,वेद प्रकाश, मुनीष मैहरा, जगदीश डोगरा, ऋषभ कालिया,रिंकू सैनी,अजीत कुमार , नरेंद्र ,रोहित भाटिया,बावा जोशी,राकेश शर्मा, अमरेंद्र सिंह, विनोद खन्ना, नवीन , प्रदीप, सुधीर, सुमीत ,जोगिंदर सिंह, मनीष शर्मा, डॉ गुप्ता,सुक्खा अमनदीप , अवतार सैनी, परमजीत सिंह, दानिश, रितु, कुमार,गौरी केतन शर्मा,सौरभ ,शंकर, संदीप,रिंकू,प्रदीप वर्मा, गोरव गोयल, मनी ,नरेश,अजय शर्मा,दीपक , किशोर,प्रदीप , प्रवीण,राजू,रोहित भाटिया,मुकेश, रजेश महाजन , भोला शर्मा,दीलीप, लवली, लक्की, मोहित , विशाल , अश्विनी शर्मा , रवि भल्ला, भोला शर्मा, जगदीश, नवीन कुमार सहित भारी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।