नई दिल्ली  सरकार ने कोविशील्ड की दो डोज के अंतर को बढ़ाकर 12 से 16 हफ्ते कर दिया है, जिसको लेकर की लोगों में कन्फ्यूजन है. अब टीकाकरण पर गठित राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के चेयरमैन एनके अरोड़ा  ने इसको लेकर अपनी राय रखी है और बताया है कि क्या दो डोज के बीच अंतर बढ़ाने का फैसल सही है  आगे जानकारी देते हुये

एनटीएजीआई के चेयरमैन ने कहा कि कोरोना रोधी वैक्सीन कोविशील्ड की दो डोज के बीच अंतराल बढ़ाने का फैसला वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर पारदर्शी तरीके से लिया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से किए गए ट्वीट के मुताबिक चेयरमैन कहा कि अंतराल बढ़ाने के मुद्दे पर समूह के सदस्यों के बीच किसी तरह की दो राय नहीं थी.हाल के समय में कहा जा रहा था कि कोविशील्ड की 2 डोज के बीच अंतर बढ़ाने के फैसले पर 14 में एनटीएजीआई के 3 सदस्य सहमत नही थे और कहा था कि एनटीएजीआई के पास इस तरह की सिफारिश करने के लिए पर्याप्त डाटा नहीं है. इस विवाद को खत्म करते हुए NTAGI के चेयरमैन ने कहा कि यह निर्णय विज्ञान पर आधारित था केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय  के आंकड़ों के अनुसार, देशभर में अब तककोरोना वैक्सीन  की 26 करोड़ 19 लाख 72 हजार 14 वैक्सीन की डोज दी गई है. देश में अब तक 21 करोड़ 26 लाख 81 हजार 921 पहली डोज लगाई गई है, जबकि 4 करोड़ 92 लाख 90 हजार 93 लोग टीके की दोनों डोज ले चुके हैं.

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