जालंधर
सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लैनिंग (सीटी.आई.ए.पी) साऊथ कैंपस शाहपुर द्वारा क्रिएटिंग अर्बन हैबिटेट वेब सीरिज का आयोजन करवाया जा रहा है। इसी के अधिन ए.आर रूचि लखानी ने प्रभावी या कम लागत आर्किटेक्ट्स की भूमिका पर इंटरैक्टिव सत्र करवाया। ए.आर रूचि लखानी एक आर्किटेक्ट और रिसर्च स्कॉलर हैं, जो वर्तमान में इंडो गलोबल कॉलेज ऑफ आर्किटेक्टचर अभिपुर में प्रिंसिपल के रूप में कार्य कर रहे हैं।
वेबिनार में आर्किटेक्टर विभाग के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस वेबिनार का उद्देश्य छात्रों को इमारतों के अर्थशास्त्र में आर्कि टेक्ट्स की भूमिका के बारे में शिक्षित करना था। उन्होंने वास्तुशिल्प डिजाइन और योजना के महत्व पर जोर दिया और विभिन्न सामाग्रियों और तकनीकों के बारे में बात की जिनका उपयोग इमारतों की लागत को कम करने के लिए किया जा सकता है। छात्रों को यह समझने का अवसर मिला कि भवन लागत प्रभावी या कम लागत होने वाले चाहिए।
सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग के एचओडी ए.आर श्रुति एच.कपूर ने कहा कि इस बातचीत ने छात्रों के व्यापक विकास प्रदान किया और उन्हें क्षेत्र के काम में विषय के प्रैक्टिल समझ प्रदान करवाएगा। उनका मानना था कि वेबिनार ने उन्हें लागत प्रभावी वास्तुकाल के मापंदड़ों के बारे में अधिक गहन समझ हासिल करने में मदद की।
सीटी ग्रुप के मैनेजिंग डायरैक्टर मनबीर सिंह ने विभाग के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उद्योग से संबंधित इस तरह की चर्चाएं छात्रों की समझ के स्तर को बढ़ाने में बेहद मददगार साबित होंगे।