
सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, शाहपुर, जालंधर ने डॉक्टर बी.आर. आंबेडकर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) जालंधर के सहयोग से “नेक्स्टजेन ड्रोन: टेक्नोलॉजी एंड एप्लिकेशंस” विषय पर पाँच-दिवसीय बूटकैंप सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस बूटकैंप का उद्देश्य प्रतिभागियों को ड्रोन तकनीक की गहन तकनीकी समझ और व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था। यह तकनीक आज डिलीवरी, रक्षा और परिवहन सहित कई क्षेत्रों के भविष्य को तेजी से बदल रही है।
कार्यशाला में ड्रोन के घटकों, एरोडायनमिक्स एवं उड़ान सिद्धांतों, डेटा अधिग्रहण एवं सेंसर फ्यूज़न, सॉफ्टवेयर टूल्स, असेंबली, कैलिब्रेशन तथा लाइव फ्लाइंग डेमोंस्ट्रेशन जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल थे। इन सत्रों का संचालन एनआईटी जालंधर से डॉ. गुरजोत कौर (प्रोजेक्ट एसोसिएट) एवं प्रेम कुमार (जूनियर रिसर्च फेलो, ड्रोन प्रोजेक्ट) ने किया, जबकि इंडस्ट्री विशेषज्ञ ए. जे. अरुण जेया प्रकाश (डायरेक्टर एवं सीईओ, एवियोसियन टेक्नॉलॉजीज़ प्राइवेट लिमिटेड, नोएडा) तथा उनकी टीम जैकांत नामदेव और दीपांशु भारद्वाज ने इंटरएक्टिव व्यावहारिक सत्र संचालित किए।
विशेषज्ञ मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने स्वयं ड्रोन असेंबल किए और मैदान में उड़ान का सफल प्रदर्शन किया, जिससे उन्हें अमूल्य व्यावहारिक अनुभव प्राप्त हुआ। कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, सीएसई (आईओटी) और कंप्यूटर एप्लिकेशन विभागों के लगभग 200 छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रत्येक दिन ड्रोन टेक्नोलॉजी के नए आयामों — सिद्धांत, सिमुलेशन, असेंबली, कैलिब्रेशन से लेकर उड़ान और ट्रबलशूटिंग तक को कवर किया गया। कार्यक्रम का समापन क्विज़ और फीडबैक सत्र के साथ हुआ, जिसके अंत में प्रतिभागियों को एनआईटी जालंधर से ई-सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
समापन सत्र में चेयरमैन सीटी ग्रुप सरदार चरणजीत सिंह चन्नी, डॉ. नितिन टंडन (कार्यकारी निदेशक एवं वाइस चांसलर, सीटीयू), डॉ. शिव कुमार (डायरेक्टर कैंपस), डॉ. संग्राम सिंह (डायरेक्टर अकादमिक ऑपरेशंस) और डॉ. वनीत ठाकुर (अध्यक्ष, डिपार्टमेंट ऑफ एकेडमिक्स) उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. संदीप रंजन (अध्यक्ष, सीएसई) और इंजीनियर भुवन पुरी द्वारा किया गया।
अवसर पर चेयरमैन सरदार चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा, “ड्रोन तकनीक नवाचार और औद्योगिक परिवर्तन का भविष्य है। हमारे छात्रों को इस उभरती हुई तकनीक पर व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलता देखना गर्व की बात है। एनआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ ऐसे सहयोग हमारे विद्यार्थियों को उद्योग-आधारित शिक्षण और नेतृत्व व उद्यमिता के अवसर प्रदान करते हैं।”
बूटकैंप का समापन प्रेरणादायक वातावरण में हुआ, जहाँ छात्रों ने ड्रोन तकनीक में अनुसंधान, नवाचार और स्टार्ट-अप अवसरों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया — यह सीटी ग्रुप की “भविष्य-तैयार तकनीकी विशेषज्ञों” को तैयार करने की दृष्टि का सच्चा प्रमाण है।