जालंधर : माता-पिता के बाद बच्चों को सही शिक्षा,
अच्छी आदतें एंव अच्छा इंसान बनाने का
दायित्व अध्यापकों पर होता है। अध्यापक
अंधरे में सुरज की किरण की तरह होती
है जो किसी भी इंसान के जीवन में उजाला
लाने का काम करते हैं। इन्हीं बातों को
ध्यान में रखते हुए सीटी पब्लिक स्कूल में
शिक्षकों के जीवन कौशल पर वर्कशाप
का आयोजन करवाया गया। रायत
बाहरा इंटरनैशल स्कूल के प्रिंसिपल
ए.पी.सिंह मुख्य वक्ता के रूप में शामिल
हुए।
इस वर्कशाप में जीवन कौशल पर अभ्यास
करने की आवश्यकता, सीखने की बजाय
जिंदगी जीने के बारे में बताया गया।
इसके साथ ही जीवन कौशल के की जिंदगी में
महत्ता के बारे में भी विस्तार से बातचीत
की गई।
वर्कशाप के दौरान छात्रों की सोच
कौशल, समाजिक कौशल और भावनात्मक
कौशलता को बढ़ाने आदि के तरीके भी
बताए गए। इसके साथ वर्कशाप को मजेदार
बनाने के लिए कई तरह के खेल भी खेले गए।
इस तरह शिक्षकों को विभिन्न गतिविधियों के
माध्यम से जीवन कौशल से परिचित
करवाया गया।
ऑडियो-विजुअल विज्ञापन, रोल प्ले,
प्रतिबिंब और कई तरह के विषयों पर
करवाई गए चर्चाओं के द्वारा अध्यापकों
को दुनिया को देखने का एक अलग नज़रिया
पेश किया गया। इसके साथ ही अध्यापकों
ने अपनी कई परेशानियां वक्ता के
सामने रखी जिसका समाधान भी उनको
प्रिंसिपल ए.पी.सिंह द्वारा दिया गया।
प्रिंसिपल दलजीत राणा और वाइस
प्रिंसिपल सुखदीप कौर ने मुख्य वक्ता
प्रिंसिपल ए.पी.सिंह का उनके परिसर
में आने और अध्यापकों को जीवन कौशल
के बारे में जानकरी देेने के लिए
आभार प्रकट किया।