सीटी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ने, स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के सशक्त नेतृत्व में, पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को समर्पित एक रंगारंग कार्यक्रम ‘रंगला पंजाब’ का भव्य आयोजन किया। यह आयोजन न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का प्रतीक था, बल्कि विद्यार्थियों में सांस्कृतिक चेतना और रचनात्मकता को भी प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास रहा।
‘रंगला पंजाब’ विभिन्न गतिविधियों का एक खूबसूरत संगम था, जो पंजाबी संस्कृति की विविधता और सौंदर्य को दर्शाने के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया था। इस कार्यक्रम में कविता लेखन व पाठ, पंजाबी संस्कृति और इतिहास पर आधारित क्विज़, पगड़ी बांधने की प्रतियोगिता, पंजाबी कहावतों और मुहावरों पर आधारित खेल, और सुंदर लेखन प्रतियोगिता जैसे रोचक कार्यक्रमों में विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसके साथ ही पारंपरिक पंजाबी व्यंजनों की प्रस्तुति ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए।
कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई डॉ. नितिन टंडन (प्रो वाइस चांसलर) और श्री संजय खंडुरी (रजिस्ट्रार) ने। उनकी उपस्थिति ने इस बात को रेखांकित किया कि विश्वविद्यालय सांस्कृतिक संरक्षण और संवर्धन को अत्यंत महत्व देता है। दोनों ही वरिष्ठ अधिकारियों ने विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए उनके प्रयासों की प्रशंसा की।
प्रो चांसलर डॉ. मंभीर सिंह ने इस अवसर पर कहा, “’रंगला पंजाब’ जैसे आयोजन न केवल हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उत्सव मनाते हैं, बल्कि विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा और रचनात्मकता प्रस्तुत करने का मंच भी प्रदान करते हैं। ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों को सर्वांगीण विकास की दिशा में प्रेरित करते हैं।”
स्टूडेंट वेलफेयर विभाग के निदेशक, इं. देविंदर सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “सीटी यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट वेलफेयर विभाग विद्यार्थियों में सांस्कृतिक जागरूकता और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। ‘रंगला पंजाब’ की सफलता विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी और संकाय सदस्यों के सहयोग का परिणाम है। हम भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन करते रहेंगे।”
‘रंगला पंजाब’ केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि पंजाब की सांस्कृतिक समृद्धि और सीटी यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों की रचनात्मकता की जीवंत अभिव्यक्ति थी। इस आयोजन के माध्यम से विश्वविद्यालय ने फिर से यह सिद्ध किया कि वह सांस्कृतिक संरक्षण और छात्रों की कलात्मक प्रतिभा को निखारने के लिए निरंतर प्रयासरत है। यह आयोजन भविष्य में और भी सांस्कृतिक आयोजनों के लिए प्रेरणा स्वरूप रहेगा।
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