
सीटी विश्वविद्यालय के डिजाइन और नवाचार विभाग द्वारा “वस्त्र सागा” नामक एक शानदार अंतर-महाविद्यालय फैशन शो का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम रचनात्मकता, संस्कृति और पर्यावरण जागरूकता का सुंदर संगम रहा।
इस फैशन शो का मुख्य विषय था “सस्टेनेबिलिटी” (स्थायित्व) — अर्थात ऐसा फैशन जो प्रकृति के अनुकूल हो और पर्यावरण की रक्षा को ध्यान में रखे।
कार्यक्रम में उत्तर भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों के विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपने अनोखे डिज़ाइन के माध्यम से यह संदेश दिया कि फैशन केवल आकर्षण नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारी और जागरूकता का प्रतीक भी है।
रैंप पर प्रस्तुत प्रत्येक परिधान ने यह दर्शाया कि कैसे कपड़ों के माध्यम से पर्यावरण के प्रति संवेदनशील सोच को रचनात्मक रूप दिया जा सकता है।
इस भव्य आयोजन का सफल संचालन डिजाइन और नवाचार विभाग के प्रमुख मोनू शर्मा के मार्गदर्शन में किया गया। उनकी समर्पित टीम ने कार्यक्रम की हर बारीकी पर मेहनत करते हुए इसे यादगार बना दिया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि और निर्णायक के रूप में प्रसिद्ध फैशन विशेषज्ञ सिद्धार्थ के. कक्कड़ और मनलीन सेठी उपस्थित रहे। दोनों ने अपने अनुभव और सूझ-बूझ से प्रतिभागियों के कार्य का निष्पक्ष मूल्यांकन किया और उन्हें नई प्रेरणा दी।
प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा इस प्रकार की गई —
प्रथम पुरस्कार (₹11,000) — पी.सी.टी.ई.
“रस्टफुल कलेक्शन” के लिए, जिसमें रंग, कपड़े और पर्यावरण की कहानी को सुंदरता से जोड़ा गया था।
द्वितीय पुरस्कार (₹5,100) — चंडीगढ़ विश्वविद्यालय
तृतीय पुरस्कार (₹3,100) — सीटी समूह संस्थान, शाहपुर परिसर
सीटी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. नितिन टंडन ने कहा —
“वस्त्र सागा केवल एक फैशन शो नहीं, बल्कि हमारे युवाओं की रचनात्मकता, जागरूकता और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक है। सीटी विश्वविद्यालय ऐसे मंच प्रदान करता रहेगा जो नवाचार को उद्देश्यपूर्ण दिशा दें।”
डायरेक्टर (छात्र कल्याण) इंजीनियर दविंदर सिंह ने कहा —
“वस्त्र सागा ने यह सिद्ध किया कि फैशन केवल आकर्षक ही नहीं बल्कि नैतिक और पर्यावरण के अनुकूल भी हो सकता है। हमारे विद्यार्थी डिजाइन शिक्षा में नए मानक स्थापित कर रहे हैं।”
विजेता टीम पी.सी.टी.ई. ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा —
“वस्त्र सागा में भाग लेना हमारे लिए अत्यंत प्रेरणादायक अनुभव रहा। इस विषय ने हमें प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर डिजाइन सोचने की दिशा में प्रेरित किया और सीटी विश्वविद्यालय ने हमें यह अवसर प्रदान किया।”
सीटी विश्वविद्यालय सदैव ऐसे मंचों का आयोजन करता रहेगा जो युवाओं को वैश्विक सोच और जिम्मेदार रचनात्मकता की दिशा में आगे बढ़ाएं।
“वस्त्र सागा” न केवल एक आयोजन रहा, बल्कि यह स्थायी फैशन शिक्षा की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम भी बना।
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