फगवाड़ा (शिव कौड़ा) स्केप लिटरेरी इंस्टीट्यूट (रजि.) फगवाड़ा द्वारा संस्था के संरक्षक प्रो. गुरमीत सिंह पलाही के नेतृत्व में हरगोबिंद नगर फगवाड़ा में मासिक कवि दरबार का आयोजन किया गया प्रसिद्ध प्रवासी लेखक करण अजायब सिंह संघा अध्यक्ष कमलेश संधू, वरिष्ठ मिशनरी कवि सोहन सहजल, गीतकार लाली करतारपुरी, गजलकार जरनैल सिंह सखी ने बतौर अध्यक्ष उपस्थित होकर कवि दरबार की शुरुआत अपनी कविता ‘मेरे ताया जी’ से की बचपन के भूले-बिसरे और मधुर रिश्ते की याद दिला दी। इसके बाद उन्होंने लाली करतारपुरी द्वारा लिखित गीत “बाबल तेरी शान वधावंगी” गाकर दर्शकों के साथ भावनात्मक जुड़ाव पैदा किया और अपनी ग़ज़लों के माध्यम से समाज में महिलाओं की सुरक्षा के असली रावण को दर्शाया। बुजुर्ग माता-पिता की सुरक्षा अज्ञानता साम्प्रदायिकता आदि विषयों को छुआ। प्रीत कौर प्रीति ने देश की वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन खुली कविता के माध्यम से साझा किया। बलबीर कौर बब्बू सैनी ने अपनी ग़ज़लों के माध्यम से आज के स्वार्थी और दंभी लोगों की सच्चाई को बयां किया और साथ ही अपनी रचना के माध्यम से सहजल ने खूबसूरत ग़ज़लें सुनाकर तरन्नुम में शिरकत की। इस अवसर पर प्रिंसिपल गुरमीत सिंह पलाही, करण अजायब सिंह संघा, सिमरत कौर, नगीना सिंह बलगन, गुरनाम बावा, साहिबा जीतन कौर, हरजिंदर नियाना, कमलेश संधू ने भी अपने कार्यों के माध्यम से दर्शकों के साथ साझा किया। श्री। गुरमीत सिंह पलाही और करण अजायब सिंह संघा ने देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों और पलायन विशेषकर पंजाब के युवाओं के पलायन, प्रवासन के दौरान पंजाबियों को होने वाली कठिनाइयों पर सुंदर रचनाएँ प्रस्तुत करने के लिए सभी कवियों की प्रशंसा की और गहराई से व्यक्त किया मंच संचालन कमलेश ने युवाओं के पलायन के बाद बुजुर्ग माता-पिता की दयनीय स्थिति पर चिंता जताई और सरकारों को इस ओर ध्यान देने का संदेश दिया संधू ने किया। आयोजन की प्रशासनिक जिम्मेदारी. गुरमीत सिंह पलाही, गुरनाम बावा, मनदीप सिंह, परविंदर जीत सिंह ने प्रस्तुति दी, कुल मिलाकर स्केप साहित्यिक संस्था फगवाड़ा का 2024 का आखिरी कवि दरबार अद्भुत और यादगार रहा
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