दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अंतरिक्ष क्षेत्र में एक और लंबी छलांग लगाने को तैयार है। आज रात 9:58 बजे इसरो श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट लॉन्च करेगा। इस मिशन की सफलता के बाद भारत दुनिया के चुनिंदा देशों अमेरिका, रूस और चीन के विशेष क्लब में शामिल हो जाएगा। यह मिशन पीएसएलवी-सी60 रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया जाएगा।स्पैडेक्स मिशन के सफल होने के बाद भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा जिनके पास अंतरिक्ष में दो अंतरिक्ष यानों को जोड़ने और अलग करने की क्षमता है। अब तक यह तकनीक केवल अमेरिका, रूस और चीन के पास थीइसरो का यह मिशन अंतरिक्ष में दो यानों को डॉक और अनडॉक करने की तकनीक विकसित और प्रदर्शित करने के लिए है। यह मिशन भविष्य में मानव अंतरिक्ष उड़ानों और अंतरिक्ष स्टेशन निर्माण के लिए बेहद अहम होगा। साथ ही यह उपग्रह की मरम्मत, ईंधन भरने और मलबा हटाने जैसे कार्यों में मदद करेगा। स्पैडेक्स इसरो का इस साल का आखिरी मिशन है। इसकी सफलता भारत को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में और मजबूत बनाएगी। देशभर में इस मिशन को लेकर उत्साह और उम्मीद का माहौल है।

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