उत्तर प्रदेश :  हाथरस सत्संग भगदड़ कांड में SIT ने शासन को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। इस मामले में जांच करने के लिए शासन ने एसआईटी का गठन किया था। एडीजी आगरा व अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में चल रही जांच में डीएम-एसएसपी सहित 100 लोगों के बयान दर्ज हुए है। जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद अब इस मामले में एक्शन की बारी है।बता दें कि पिछले मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र स्थित फुलरई गांव में आयोजित हरिनारायण साकार विश्वहरि भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के स्तर से एसआईटी जांच का आदेश जारी किया गया था।एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ व मंडलायुक्त चैत्रा वी को एसआईटी का जिम्मा देते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की गई थी। एसआईटी का गठन हादसे के मूल कारण और लापरवाही व अनदेखियों को उजागर करना था। आज यह जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है।

इस रिपोर्ट में घटनास्थल पर तैनात एक-एक पुलिस व अन्य सभी विभागों के कर्मचारी-अधिकारी, प्रारंभिक सूचना वाले कर्मी, एंबुलेंस कर्मी, डॉक्टर, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, किसान, चश्मदीद, घायल, तहसील व जिला स्तर के अधिकारी, डीएम-एसपी आदि तमाम लोगों के बयान शामिल हैं। SIT की रिपोर्ट के आधार पर कई अफसरों पर कार्यवाही हो सकती है।हाथरस भगदड़ हादसे को लेकर अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्य आरोपी सेवादार पर 1 लाख का इनाम घोषित किया है। अलीगढ़ रेंज के पुलिस महानिरीक्षक शलभ माथुर ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पिछले मंगलवार को हाथरस के सिकंदराराऊ क्षेत्र स्थित फुलरई गांव में आयोजित हरिनारायण साकार विश्वहरि भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में अब तक दो महिला सेवादारों समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

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